12/21/2024

मक्का की खेती करते समय भूलकर भी ना करें यह गलतियां,वरना बर्बाद हो जाएगी पूरी फसल,जाने कृषि वैज्ञानिकों की सलाह

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मक्का भारत का प्रमुख फसल है.मक्का के उपयोग से कई तरह की सामग्री बनाई जाती है.मक्का की खेती से आजकल किसान अमीर बन रहे है. आपको बता दें आप अगर मक्के की खेती करना चाहते हैं और अधिक पैसा कमाना चाहते हैं तो मक्का की खेती करते समय कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना जरूरी है.

कई बार ऐसा होता है हम खेती करने के लिए तो जाते हैं लेकिन सभी जानकारी पता नहीं होने की वजह से हमारे सारे फसल बर्बाद हो जाते हैं. आज हम आपको मक्का की खेती के बारे में कुछ खास जानकारी देने वाले हैं जिसके बारे में आपको हर हाल में पता होना चाहिए.

बुवाई का तरीका :-

बीज को हाथों से गड्ढा खोदकर या आधुनिक तरीके से ट्रैक्टर और सीडड्रिल की सहायता से मेंड़ बनाकर किया जाता है। बीजों को 3-4 सैं.मी. गहराई में बीजें। स्वीट कॉर्न की बिजाई 2.5 सैं.मी. गहराई में करें।

मक्का की खेती करते समय भूलकर भी ना करें यह गलतियां,वरना बर्बाद हो जाएगी पूरी फसल,जाने कृषि वैज्ञानिकों की सलाह

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3 प्रसिद्ध किस्में :-

संकर जातियां – गंगा-1, गंगा-4, गंगा-11, डेक्कन-107, केएच-510, डीएचएम-103, डीएचएम-109, हिम-129, पूसा अर्ली हा-1 व 2, विवेक हा-4, डीएचएम-15 आदि।

मक्का की खेती करते समय भूलकर भी ना करें यह गलतियां,वरना बर्बाद हो जाएगी पूरी फसल,जाने कृषि वैज्ञानिकों की सलाह

4 उपर्युक्त भूमि :-

मक्का की खेती सभी प्रकार की भूमि में की जा सकती है। परंतु मक्का की अच्छी उत्पादकता के लिए दोमट एवं मध्यम से भारी मिट्टी जिसमें पर्याप्त मात्रा में जीवांश वाली भूमि उपयुक्त रहती है। इसके लिए ऐसी भूमि हो जहां पानी का निकास अच्छा हो उपयुक्त होती है।

5 खेत की तैयारी :-

मक्का की खेती के लिए बुवाई से पहले 2-3 बार खेत की अच्छी तरह से देशी हल या कल्टीवेटर से अच्छी तरह से जुताई करे,ताकि मिट्टी भुरभुरि हो जाये फिर इसके बाद पाटा चलाकर बुवाई के लिए खेत तैयार करे |

6 अनुकूल जलवायु :-

इसके अंकुरण के लिए उपयुक्त तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और विकास के लिए 32 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए

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