Best Kadhi Recipe:भारतीय खाने की थाली की जब भी बात होती है, तो चावल और कढ़ी का ज़िक्र अपने आप हो जाता है। कढ़ी सिर्फ़ एक व्यंजन नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। दादी-नानी के हाथों की बनी कढ़ी का स्वाद हर किसी को अपने बचपन की याद दिला देता है। इसके खट्टे-मीठे स्वाद में एक अपनापन है, जो हमें परिवार, घर और रिश्तों से जोड़ता है।
आज हम आपको सिर्फ़ कढ़ी बनाने की रेसिपी ही नहीं, बल्कि इसके इतिहास, अलग-अलग राज्यों की कढ़ी, हेल्थ बेनिफिट्स और खास टिप्स के बारे में भी बताएँगे। यह गाइड आपको कढ़ी को समझने, बनाने और उसके हर कौर का आनंद लेने में मदद करेगी।
Best Kadhi Recipe: स्वाद, परंपरा और सेहत से जुड़ी पूरी जानकारी

कढ़ी का इतिहास
कढ़ी की शुरुआत भारत में सदियों पहले हुई। माना जाता है कि इसकी जड़ें राजस्थान और गुजरात से जुड़ी हुई हैं। उस समय लोग दही और बेसन से इसे बनाते थे ताकि भोजन ज़्यादा पौष्टिक और लंबे समय तक टिक सके। धीरे-धीरे यह भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग स्वाद और स्टाइल के साथ लोकप्रिय हो गई।
- राजस्थान: खट्टी-तीखी कढ़ी, जिसमें लाल मिर्च और घी का तड़का होता है।
- गुजरात: मीठा-खट्टा स्वाद, गुड़ या शक्कर डालकर।
- उत्तर भारत: पकौड़ी वाली कढ़ी सबसे प्रसिद्ध।
- दक्षिण भारत: मोरकूझम्बु (दही-आधारित करी) कढ़ी का ही एक रूप है।
कढ़ी बनाने की ज़रूरी सामग्री (Ingredients)
बेसन-दही का मिश्रण:
- 1 कप ताज़ा दही
- 4 बड़े चम्मच बेसन
- 1 लीटर पानी
- स्वादानुसार नमक
- हल्दी पाउडर – 1/2 चम्मच
तड़का (Tempering):
- घी या तेल – 2 बड़े चम्मच
- सरसों के दाने – 1/2 चम्मच
- जीरा – 1/2 चम्मच
- मेथी दाने – 5–6 दाने
- हींग – एक चुटकी
- सूखी लाल मिर्च – 2
- करी पत्ता – 8–10
- हरी मिर्च – 1–2 (बारीक कटी हुई)
- अदरक – 1 चम्मच (कद्दूकस किया हुआ)
पकौड़ी के लिए:
- 1 कप बेसन
- नमक – स्वादानुसार
- हरी मिर्च और हरा धनिया
- अजवाइन – 1/2 चम्मच
- पानी – ज़रूरत के अनुसार
- तेल – तलने के लिए
Best Kadhi Recipe कढ़ी बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप रेसिपी
1. बेसन-दही का घोल तैयार करें

एक बड़े बर्तन में दही, बेसन, हल्दी और नमक डालकर अच्छे से फेंट लें। इसमें पानी डालकर पतला मिश्रण बना लें ताकि बेसन में गाँठें न रहें।
2. पकौड़ी तैयार करें
- बेसन में नमक, अजवाइन, हरी मिर्च और थोड़ा पानी डालकर गाढ़ा घोल बना लें।
- कढ़ाई में तेल गरम करें और छोटे-छोटे पकौड़े तल लें।
- इन्हें अलग रख दें।
3. कढ़ी पकाना
- कढ़ाई में घी/तेल डालें।
- सरसों, जीरा, मेथी, हींग और करी पत्ते का तड़का लगाएँ।
- फिर अदरक और हरी मिर्च डालकर भूनें।
- अब बेसन-दही का घोल डालें और धीमी आँच पर 25-30 मिनट तक पकाएँ। बीच-बीच में चलाते रहें।
4. पकौड़ी डालें
जब कढ़ी पक जाए, तो तले हुए पकौड़े डाल दें और 5 मिनट धीमी आँच पर पकाएँ।
5. गार्निश करें
ऊपर से हरा धनिया डालें और चाहें तो गरम-गरम घी का तड़का लगाकर सर्व करें।
कढ़ी के साथ परोसने का सही तरीका
- गरमा-गरम कढ़ी को चावल के साथ खाना सबसे लोकप्रिय है।
- उत्तर भारत में इसे रोटी और अचार के साथ भी खाया जाता है।
- गुजरात में मीठी कढ़ी को फुल्के और खिचड़ी के साथ परोसा जाता है।
परफेक्ट कढ़ी बनाने के टिप्स
- दही हमेशा ताज़ा और थोड़ा खट्टा लें।
- कढ़ी को धीमी आँच पर ज़्यादा देर पकाने से स्वाद और गाढ़ापन बढ़ता है।
- अगर कढ़ी ज़्यादा खट्टी हो जाए, तो इसमें थोड़ा दूध या मलाई डालें।
- पकौड़ियों को डालने से पहले हल्के गुनगुने पानी में डुबो लें, इससे वो नरम रहेंगी।
कढ़ी के अलग-अलग प्रकार
- पंजाबी पकौड़ी कढ़ी
- राजस्थानी गट्टे वाली कढ़ी
- गुजराती मीठी कढ़ी
- सिंधी कढ़ी (सब्ज़ियों के साथ)
- मोरकूझम्बु (दक्षिण भारतीय स्टाइल)
हेल्थ बेनिफिट्स ऑफ कढ़ी
- पचने में आसान – दही और बेसन मिलकर पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं।
- प्रोटीन से भरपूर – बेसन में भरपूर प्रोटीन होता है।
- इम्युनिटी बूस्टर – दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स सेहतमंद रखते हैं।
- लो कैलोरी – तेल कम इस्तेमाल करने से यह डाइट फ्रेंडली भी बनती है।
कढ़ी और घर की याद
कढ़ी सिर्फ़ स्वाद की बात नहीं है। यह उन लम्हों की याद दिलाती है जब परिवार एक साथ बैठकर खाना खाता था। बरसात के मौसम में चावल और कढ़ी का कॉम्बिनेशन किसी भी भारतीय को अपने बचपन की मीठी यादों में ले जाता है।
Best Kadhi Recipe कढ़ी एक ऐसा व्यंजन है जो स्वाद, सेहत और परंपरा तीनों को साथ लेकर चलता है। चाहे आप उत्तर भारत में हों, गुजरात में हों या दक्षिण भारत में – कढ़ी हर जगह अलग-अलग रूप में आपका दिल जीत लेती है।
अगर आपने इसे आज़माया नहीं है, तो अगली बार ज़रूर बनाकर देखें। यकीन मानिए, यह डिश आपके घर की महफ़िल को चार चाँद लगा देगी।