IAS success story: परीक्षा में फेल होने के कारण लोग इस लडके का बनाते थे मजाक, पहली प्रयास में लड़के ने पास किया सिविल सर्विसेज परीक्षा
IAS Story :हमारे देश में अक्सर युवाओं का सपना होता है आईएएस ऑफिसर बनने का लेकिन सभी युवा ऑफिसर नहीं बन पाते हैं. इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह होती है और यह वजह होती है कि वह कड़ी मेहनत तो करते हैं लेकिन आईएएस जो त्याग और तपस्या मांगता है वह युवा नहीं कर पाते हैं.
वैसे लोगों के दिमाग में यह बातें चलती है कि जो बच्चे बचपन से पढ़ने में होशियार होते हैं वही बड़ा होकर यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करते हैं. लेकिन हम आज आपको जिस कहानी के बारे में बताने वाले हैं इसको जानने के बाद आपके दिमाग से यह वहम खत्म हो जाएगा.
ग्रेजुएशन की परीक्षा में फेल होने के बाद इस लड़के ने IAS बनने की खाई कसम, इस रणनीति से फर्स्ट अटेम्प्ट मे बने IAS
आज हम आपको बिहार के अनुराग कुमार की कहानी बताने वाले हैं जो कि ग्रेजुएशन की परीक्षा में कई सब्जेक्ट में फेल हो गए लेकिन जब वह ग्रेजुएशन में फेल हुए तो उन्होंने कसम खाई कि वह बड़ा होकर आईएएस ऑफिसर बनेंगे.
अनुराग मूल रूप से बिहार (Bihar) राज्य के कटिहार (Katihar) जिले के निवासी है. उन्होंने 8 वीं क्लास तक की पढ़ाई हिंदी माध्यम से की है. 8 वीं के बाद उनका दाखिला इंग्लिश मीडियम स्कूल में कराया गया. जहां उन्होंने काफी चुनौतियों का सामना किया.
ग्रेजुएशन की परीक्षा में फेल होने के बाद इस लड़के ने IAS बनने की खाई कसम, इस रणनीति से फर्स्ट अटेम्प्ट मे बने IAS
आपको बता दें कि अनुराग कुमार के जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव हुए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया और आईएएस ऑफिसर बन गए.
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दो बार पास की परीक्षा
अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते समय अनुराग ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लिया. उन्होंने पूरी लगन और मेहनत से यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. अनुराग ने मन लगाकर पढ़ाई की, नोट्स बनाए और अपना शत-प्रतिशत दिया. उन्होंने 2017 में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्वालीफाई किया और 677 रैंक हासिल की. लेकिन वह अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं थे, जिसके बाद अनुराग ने एक और प्रयास किया और 2018 की UPSC CSE परीक्षा में 48 वीं रैंक हासिल की.