Bandhani Saree Designs भारतीय संस्कृति में साड़ी केवल एक परिधान नहीं, बल्कि परंपरा, शालीनता और नारीत्व का प्रतीक मानी जाती है। खासकर जब बात त्योहारों या शुभ अवसरों की हो, तो पारंपरिक साड़ियों का महत्व और भी बढ़ जाता है। ऐसी ही एक साड़ी जो सदियों से भारतीय महिलाओं की पसंद बनी हुई है, वह है बांधनी साड़ी (Bandhani Saree)। इसकी खासियत यह है कि यह न केवल बेहद रंगीन और आकर्षक होती है, बल्कि इसके डिजाइन भी अपने आप में एक कहानी कहते हैं।
देवउठनी एकादशी का पर्व आस्था और पारंपरिक रीति-रिवाजों से जुड़ा हुआ है। इस दिन महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजती-संवरती हैं और भगवान विष्णु की पूजा करती हैं। अगर आप भी इस खास दिन पर कुछ पारंपरिक और आकर्षक पहनने की सोच रही हैं, तो Bandhani Saree Designs आपके लिए एक परफेक्ट विकल्प हो सकती हैं।
Bandhani Saree Designs बांधनी साड़ी की खासियत – परंपरा और कला का संगम

बांधनी साड़ी का इतिहास बहुत पुराना है। इसे गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों की पारंपरिक कला माना जाता है। ‘बांधनी’ शब्द ‘बंधना’ से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है “गांठ लगाना”। इस तकनीक में कपड़े पर छोटे-छोटे बिंदुओं को हाथ से बांधकर रंगा जाता है, जिससे बेहद सुंदर और जीवंत पैटर्न तैयार होते हैं।
इन साड़ियों में रंगों का ऐसा खेल देखने को मिलता है जो किसी को भी आकर्षित कर सकता है। लाल, पीला, हरा, नीला और मरून जैसे पारंपरिक रंग इन साड़ियों को और भी खास बनाते हैं। यही वजह है कि देवउठनी एकादशी जैसे धार्मिक पर्व पर महिलाएं बांधनी साड़ी पहनना बेहद शुभ मानती हैं।
Bandhani Saree Designs देवउठनी एकादशी पर बांधनी साड़ी क्यों है परफेक्ट विकल्प
Traditional Saree Designs 2025 देवउठनी एकादशी का पर्व तब मनाया जाता है जब भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जागते हैं। यह दिन विवाह, मांगलिक कार्यों और शुभ कार्यों की शुरुआत का प्रतीक होता है। इस अवसर पर महिलाएं पारंपरिक लुक अपनाना पसंद करती हैं और बांधनी साड़ी इस मौके के लिए सबसे उपयुक्त परिधान मानी जाती है।
बांधनी साड़ी का लुक न केवल पारंपरिक है बल्कि इसमें रंगों का ऐसा संगम होता है जो उत्सव की भावना को जीवंत कर देता है। साथ ही, यह साड़ियां हल्की होती हैं, जिससे इन्हें लंबे समय तक पहनने में कोई असुविधा नहीं होती।
देवउठनी एकादशी पर लाल और पीले रंग की बांधनी साड़ी सबसे शुभ मानी जाती है। यह रंग सकारात्मकता, ऊर्जा और सौभाग्य के प्रतीक हैं।
बांधनी साड़ी के प्रकार
बांधनी साड़ी केवल एक स्टाइल में नहीं आती। भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसकी कई वैरायटी मिलती हैं। आइए जानते हैं बांधनी साड़ियों के कुछ प्रमुख प्रकार –
1. गुजराती बांधनी साड़ी
गुजरात की बांधनी साड़ियां अपने चमकीले रंगों और बारीक डॉट डिजाइनों के लिए जानी जाती हैं। इन साड़ियों में अक्सर गोटा-पट्टी वर्क या मिरर वर्क भी देखा जाता है, जिससे ये और भी रॉयल दिखती हैं।
2. राजस्थानी बांधनी साड़ी
राजस्थान की बांधनी साड़ियां परंपरा और शान का प्रतीक हैं। इन साड़ियों में घुमावदार पैटर्न, गोलाकार डिजाइन और मल्टीकलर कॉम्बिनेशन देखने को मिलता है। राजस्थानी बांधनी खासतौर पर शादियों और त्योहारों में पहनी जाती है।
3. लहरिया बांधनी साड़ी
लहरिया डिजाइन की साड़ी में कपड़े पर लहरदार पैटर्न बनाए जाते हैं। ये साड़ियां मानसून और सावन जैसे मौसमों में बहुत लोकप्रिय होती हैं। हल्की और रंगीन लहरिया बांधनी देवउठनी जैसे त्योहार पर भी खूबसूरत दिखती है।
4. गोटा पट्टी बांधनी साड़ी
इन साड़ियों में पारंपरिक बांधनी प्रिंट के साथ सुनहरे या चांदी के गोटे का काम होता है। यह साड़ियां थोड़ी भारी होती हैं, लेकिन इनका रिच लुक शादी या बड़े अवसरों के लिए परफेक्ट होता है।
5. मल्टीकलर बांधनी साड़ी
अगर आप कुछ मॉडर्न और यूनिक चाहती हैं, तो मल्टीकलर बांधनी साड़ी एक शानदार विकल्प है। इन साड़ियों में एक साथ कई रंगों का मेल होता है जो पहनने वाले को बेहद ग्रेसफुल लुक देता है।
बांधनी साड़ी पहनने के बेहतरीन तरीके
देवउठनी एकादशी के अवसर पर बांधनी साड़ी को कई तरह से स्टाइल किया जा सकता है। अगर आप अपने लुक को और भी आकर्षक बनाना चाहती हैं, तो नीचे दिए गए कुछ सुझाव जरूर अपनाएं –
1. गोल्डन ब्लाउज के साथ
लाल या हरी बांधनी साड़ी के साथ गोल्डन ब्लाउज पहनने से पारंपरिक और रॉयल लुक दोनों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन बनता है।
2. सिल्वर ज्वेलरी के साथ
बांधनी साड़ी के साथ ऑक्सीडाइज्ड या सिल्वर ज्वेलरी बहुत खूबसूरत लगती है। झुमके, चूड़ियां और बिंदी जोड़कर आप अपने लुक को और खास बना सकती हैं।
3. बनारसी बॉर्डर के साथ
कुछ महिलाएं बांधनी साड़ी में बनारसी बॉर्डर लगवाकर उसे और भी एथनिक बना लेती हैं। यह मिक्स स्टाइल आजकल बहुत ट्रेंड में है।
4. पारंपरिक हेयरस्टाइल
देवउठनी पर बांधनी साड़ी के साथ जूड़ा या ब्रेड स्टाइल हेयरडू बेहद सुंदर लगता है। फूल या गजरा लगाने से पूरा लुक और भी पारंपरिक हो जाता है।
Bandhani Saree Designs बांधनी साड़ी के लिए सही फैब्रिक चुनें
बांधनी साड़ियां अलग-अलग फैब्रिक में आती हैं — जैसे कि जॉर्जेट, सिल्क, कॉटन और चिफॉन।
- कॉटन बांधनी साड़ी: हल्की और गर्म मौसम के लिए परफेक्ट।
- सिल्क बांधनी साड़ी: देवउठनी या शादी जैसे खास मौकों के लिए रिच और एलिगेंट विकल्प।
- जॉर्जेट और चिफॉन बांधनी साड़ी: इन साड़ियों में फॉल अच्छा रहता है और इन्हें संभालना आसान होता है।
देवउठनी एकादशी पर कौन-सी बांधनी साड़ी पहने

यदि आप देवउठनी एकादशी के लिए साड़ी खरीदने जा रही हैं, तो ध्यान रखें कि रंग और डिजाइन दोनों का चुनाव शुभता के हिसाब से करें।
- लाल रंग की बांधनी साड़ी – ऊर्जा, शक्ति और प्रेम का प्रतीक।
- पीली बांधनी साड़ी – सौभाग्य और समृद्धि लाने वाली मानी जाती है।
- हरे रंग की बांधनी साड़ी – शांति और समृद्धि का संकेत।
- नीले रंग की साड़ी – संतुलन और आत्मविश्वास का प्रतीक।
देवउठनी जैसे त्योहार पर लाल या पीली साड़ी सबसे शुभ मानी जाती है।
कहां से खरीदें खूबसूरत बांधनी साड़ियां
आज के समय में बांधनी साड़ियां ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह आसानी से मिल जाती हैं।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे कि Amazon, Flipkart, Myntra, Ajio और Meesho पर आपको कई डिजाइन और कलर ऑप्शन्स मिल जाएंगे।
अगर आप हैंडमेड और असली पारंपरिक बांधनी चाहती हैं, तो जयपुर, जोधपुर, भावनगर, कच्छ और सूरत के लोकल मार्केट से खरीदना बेहतर रहेगा। वहां आपको असली टाई-डाई आर्ट की झलक देखने को मिलेगी।
बांधनी साड़ी की देखभाल कैसे करें
बांधनी साड़ी को लंबे समय तक नया बनाए रखने के लिए इसकी सही केयर बहुत जरूरी है।
- पहली बार हमेशा ड्राई क्लीन करवाएं।
- साड़ी को सीधे धूप में न सुखाएं, इससे रंग हल्का पड़ सकता है।
- इस्त्री करते समय हल्का कपड़ा साड़ी पर रखें।
- साड़ी को फोल्ड करते समय टिश्यू पेपर लगाएं ताकि डिजाइन खराब न हो।
बांधनी साड़ी – परंपरा और ट्रेंड का संगम
आज के मॉडर्न समय में भी बांधनी साड़ियों का क्रेज कम नहीं हुआ है। बल्कि अब डिज़ाइनर्स ने इस पारंपरिक साड़ी को नए अंदाज़ में प्रस्तुत किया है।
अब बांधनी प्रिंट सिर्फ साड़ियों तक सीमित नहीं है — इसे कुर्तियों, दुपट्टों, स्कर्ट्स और सूट्स में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे यह एक मॉडर्न और ट्रेडिशनल दोनों ही वॉर्डरोब का हिस्सा बन चुकी है।
देवउठनी एकादशी जैसे पारंपरिक पर्व पर बांधनी साड़ी पहनना न केवल सुंदर दिखने का तरीका है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपरा के प्रति सम्मान का प्रतीक भी है।
Bandhani Saree Designs
Traditional Saree Designs 2025 अगर आप देवउठनी एकादशी पर कुछ खास पहनने की सोच रही हैं, तो बांधनी साड़ी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होगी। इसमें न सिर्फ पारंपरिकता झलकती है बल्कि यह आपके व्यक्तित्व में एक अलग ही आभा जोड़ देती है।
इसके रंग, डिजाइन और पैटर्न त्योहार की भावना को और भी सुंदर बना देते हैं। चाहे आप साधारण कॉटन बांधनी साड़ी पहनें या रिच सिल्क वाली — आपका लुक निश्चित ही सबसे आकर्षक और पारंपरिक दिखेगा।
तो इस देवउठनी पर अपने वॉर्डरोब में एक खूबसूरत बांधनी साड़ी जरूर शामिल करें और पारंपरिक सौंदर्य के साथ उत्सव का आनंद लें।