Rashan Card- राशन कार्ड धारको की हुइ बल्ले-बल्ले अब जाने क्या है पूरी खबर विस्तृत
Rashan Card- राशन कार्ड धारको की हुइ बल्ले-बल्ले खाद्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा खबर के अनुसार, राशन कार्ड की ‘पोर्टेबिलिटी’ सेवा में इस वर्ष भारी बढ़ोतरी देखी गई है। इसकी पुष्टि 2023 के पहले 11 महीनों में 28 करोड़ से अधिक खाद्यान्न लेन-देन से होती है।
‘पोर्टेबिलिटी’ की सुविधा के तहत, लाभार्थी किसी भी राज्य में जाकर अपने राशन कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। ‘एक देश, एक राशन कार्ड’ (ONORC) योजना, जिसे अगस्त 2019 में चार राज्यों में शुरू किया गया था, अब पूरे भारत के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है।
कीन्हे मिलेगा लाभ?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत गरीब लाभार्थियों, खासकर प्रवासी नागरिकों को सहायता प्रदान करना था। इस सुविधा से उन्हें देशभर की किसी भी ई-पीओएस सक्षम राशन दुकानों से आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से बायोमेट्रिक या पोर्टेबिलिटी के द्वारा खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा मिली।
जाने क्या है पूरी खबर विस्तृत
इस प्रकार, ‘पोर्टेबिलिटी’ सेवा ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में बसे लोगों को उनके जीवन की जरूरी खाद्य सामग्री की आसान और सुविधाजनक पहुंच प्रदान की है। यह सेवा विशेष रूप से उन परिवारों के लिए लाभकारी है जिन्हें अक्सर रोजगार या अन्य कारणों से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता है।
राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी से भारतीय परिवारों को मिला बड़ा लाभ
भारत में राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी के माध्यम से परिवारों को बड़ी सहूलियत मिली है। खाद्य मंत्रालय की हालिया जानकारी के अनुसार, 2023 के पहले 11 महीनों में इस योजना के तहत 28 करोड़ लेन-देन दर्ज किए गए हैं। इस योजना के तहत, राशन कार्डधारक एक राज्य से दूसरे राज्य में जाकर भी अपने राशन कार्ड का उपयोग कर सकते हैं, जिससे उन्हें और उनके परिवारों को बहुत सहायता मिली है।
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इस पहल के तहत, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के अंतर्गत अब तक 80 लाख टन से अधिक राशन वितरित किया गया है।