12/23/2024

किसानों को होंगी जबरदस्त कमाई प्याज की खेती,से होगी जबरदस्त पैदावार,जानें पुरी जानकारी

किसानों को होंगी जबरदस्त कमाई प्याज की खेती

किसानों को होंगी जबरदस्त कमाई प्याज की खेती

किसानों को होंगी जबरदस्त कमाई प्याज की खेती,से होगी जबरदस्त पैदावार प्याज रबी के सीजन की फसल होती है।इस सीजन की प्रमुख फसलों में गेहूं,चने,हैं.तो वहीं प्याज की खेती भी इसी सीजन में अच्छी तरह से होती है।महाराष्ट्र प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक केंद्र माना जाता है।यहां देश का करीब 40 फीसदी प्याज की पैदावार की जाती है।कई जिलों में रबी सीजन के प्याज की खेती लगभग शुरू भी की जा चुकी है।महाराष्ट्र में प्याज की तीन फसलों की खेती की जाती है।अर्ली खरीफ,खरीफ और रबी सीजन की.और इन फसलों से अच्छा खासा मुनाफा कमाया जाता है।जाने खेती से फायदे,

किसानों को होंगी जबरदस्त कमाई प्याज की खेती,से होगी जबरदस्त पैदावार,जानें पुरी जानकारी

प्याज की खेती के लिए मौसम

रबी सीजन की प्याज की बुवाई करना अच्छा माना जाता है।प्याज रोपाई के बाद 1 से 2 महीने बाद मौसम ठंडा रहता है।प्याज़ खिलने के दौरान तापमान में वृद्धि इसकी फसल के लिए अनुकूल मानी जाती है।

इस खेती के लिए मिट्टी

प्याज की खेती के लिए मिट्टी प्रदेश के हिसाब से अलग-अलग मिटटी में इसकी खेती की जारी है।लेकिन इसकी अच्छी फसल और जल निकासी के लिए दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है।इस मिट्टी में प्रति हेक्टेयर 40 से 50 टन देसी खाद डालने से पैदावार और भी ज्यादा अच्छी होती है।

प्याज की उन्नत किस्में

एन-53: भारत के सभी क्षेत्रों में उगाई जा सकती है,इसकी परिपक्वता अवधि 140 दिन,औसत उपज 250-300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर,इसे खरीफ प्याज (वर्षातकी प्याज) उगाने के लिए अच्छी रहती है।
भीमा सुपर: यह किस्म भी खरीफ एवं पिछेती खरीफ के लिये उपयुक्त रहती है।यह किस्म 110-115 दिन में तैयार की जाती है।और प्रति हेक्टेयर 250-300 क्विंटल तक उपज भी देती है।
बसवंत 780: यह किस्म खरीफ और रबी मौसम के लिए उपयुक्त है और इसका रंग गहरा लाल है.महीने के मध्य में प्याज आकार में बड़े होते हैं.इस किस्म की पौध 100 से 120 दिनों में काटी जाती है.प्रति हेक्टेयर उपज 250 से 300 क्विंटल हैं.
N-2-4-1: यह किस्म रबी के मौसम के लिए उपयुक्त है और इसका रंग केसर है.प्याज आकार में मध्यम गोल होता है और भंडारण में बहुत अच्छी तरह रहता है.यह किस्म 120 से 130 दिनों में तैयार हो जाती है.प्रति हेक्टेयर उपज 300 से 350 क्विंटल है.10 किलो बीज प्रति हेक्टेयर में पैदावार होती है।

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कंदों की खुदाई का समय

किसानों को होंगी जबरदस्त कमाई प्याज की खेती,से होगी जबरदस्त पैदावार,जानें पुरी जानकारी

प्याज की फसल लगभग 5 माह में जनवरी-फरवरी या फिर मार्च-अप्रैल माह में खुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाती है।जैसे ही प्याज की गांठ अपना पूरा आकर बना लेती है।और पत्तियां सूखने लगे तो लगभग 10-15 दिन सिचाई बंद कर दीजिये।और प्याज के पौधों के शीर्ष को पैर की मदद से कुचल दीजिये।और इनकी खुदाई कर के निकल लीजिये।

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