हेल्थ मिनिस्टर द्वारा मेडिकल के क्षेत्र में इंटीग्रेटिव हेल्थ और वेलबिंग सेंटर स्थापित करने का किया आगाज

हेल्थ मिनिस्टर

स्वास्थय मंत्री द्वारा शुरू की गई पहल अब मेडिकल के क्षेत्रों में होगा विकास,स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने खोले जायेंगे सेंटर्स केंद्र सरकार सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में इंटिग्रेटिव मेडिसिन के लिए एक अलग विंग स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है, जो पारंपरिक चिकित्सा को पूरक उपचार पद्धति के साथ जोड़ती है। मंडाविया हार्टफुलनेस द्वारा आयोजित इंटरनेशनल इंटिग्रेटिव हेल्थ एंड वेलबिंग कॉन्फ्रेंस (IHW Conference 2022) को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने ध्यान, योग और इससे संबंधित सभी पहलुओं और गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले प्लेटफार्मों पर 1,50,000 इंटिग्रेटिव हेल्थ एंड वेलबिंग सेंटर स्थापित किए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अब मेडिकल के क्षेत्रों में होगा सर्वांगीय विकास ( All-round development will now happen in the fields of medical by the Health Minister)

हेल्थ मिनिस्टर द्वारा मेडिकल के क्षेत्र में इंटीग्रेटिव हेल्थ और वेलबिंग सेंटर स्थापित करने का किया आगाज

रिसर्च लैब तक सीमित न रहे ( Don’t be confined to the research lab)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने ट्वीट कर कहा कि आने वाले दिनों में हम सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इंटीग्रेटिव मेडिसिन के लिए अलग-अलग डिवीजन बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इंडेक्स को प्रोत्साहन देने के लिए हम सभी के लिए काम के दरवाजे खोल रहे हैं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में जोर देते हुए कहा कि एकीकृत दवा समय की जरूरत है। यह देखते हुए कि अनुसंधान केवल सरकारी प्रयोगशालाओं तक ही सीमित नहीं होना चाहिए।

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स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने खोले जायेंगे सेंटर्स ( Centers will be opened to promote health related activities)

सरकार ने अनैतिक लाभ नहीं उठाया ( Government did not take undue advantage)
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र आध्यात्मिक आयाम को पहचानने और सार्वजनिक निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करने वाले रिसर्च को खोलना चाहता है। उनके अनुसार, सरकार ने कोविड-19 के समय लॉकडाउन के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी किए बिना 150 से अधिक देशों को दवाएं भेजीं, जो संकट का नाजायज लाभ उठाने का एक तरीका होगा। उन्होंने कहा कि संकट के समय में मानव जाति की मदद करने के कारण दुनिया भारत पर भरोसा करने लगी है।

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