November 22, 2024

किसानों को होंगी बंपर कमाई अलसी की बंपर उत्पादन,जानें इसे करने का तरीका

किसानों को होंगी बंपर कमाई अलसी की बंपर उत्पादन,

किसानों को होंगी बंपर कमाई अलसी की बंपर उत्पादन,

किसानों को होंगी बंपर कमाई अलसी की बंपर उत्पादन भारत में राई और सरसों के बाद अलसी रबी मौसम में उगाई जाने वाली मुख्य तिलहन फसल है।क्षेत्रफल और उत्पादन की दृष्टि से भारत का विश्व में क्रमश तीसरा और चौथा स्थान है।

अलसी की खेती करने का तरीका

अलसी की बंपर उत्पादन के लिए ये हैं टॉप 5 उन्नत किस्में, देखें पूरी लिस्ट

अलसी की खेती को व्यापारिक रूप से उगाया जाता है,इसकी खेती रेशेदार फसल के रूप में की जाती है।अलसी के बीजो में तेल की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है।इसके दानों या बीजों से प्राप्त होने वाले अलसी के तेल का व्यावसायिक महत्व बहुत ज़्यादा है।अलसी की खेती कर किसान भाई कई अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।लेकिन इसकी अच्छी पैदावार के लिए उन्नत किस्मो का चयन करना बेहद जरुरी है।तो आइये जानते हैं अलसी की उन्नत किस्मो के बारे में।

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अलसी की टी “397” किस्म

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अलसी की टी-397 किस्म की पत्तियों का रंग हरा और फूल नीला होता है।इसकी ऊंचाई करीब 60 से 75 सेंटीमीटर होती है।इसके 1000 दानों का वजन करीब 7.5 से 9 ग्राम होता है,तो वहीं दानों में तेल की मात्रा करीब 44 प्रतिशत तक होती है।प्रति हेक्टेयर करीब इसकी 10 से 14 क्विंटल तक उपज होती है।

अलसी की टी “जवाहर 23” किस्म

अलसी की टी-जवाहर 23 किस्म के पौधे 45 से 60 सेन्टीमीटर ऊंचे सीधे,शाखाएँ मध्य भाग से ऊपर पीलापन लिये हुए होती है।इस किस्म के फूलों का रंग सफेद होता है। अलसी की यह किस्म प्रति हेक्टेयर करीब 10 से 14 क्विंटल तक उपज देती है।

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अलसी की “आर एल 933(मीरा)” किस्म

How tiny pests traverse long distance to attack mustard crops

इस किस्म के फूलों का रंग नीला होता है,साथ ही यह उखटा रोग एवं रोली रोग की प्रतिरोधी है। यह किस्म करीब 130 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इससे प्रति हेक्टेयर करीब 16 क्विंटल तक उपज मिलती है।

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