Maa Tapti Janmotsav 2024: देखिए कब है माँ ताप्ती का जन्म उत्सव और पूजा का शुभ महुर्त
Maa Tapti Janmotsav 2024: देखिए कब है माँ ताप्ती का जन्म उत्सव और पूजा का शुभ महुर्त ,माँ ताप्ती जन्मोत्सव आषाढ़ शुक्ल सप्तमी को मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 13 जुलाई को ताप्ती नदी की जयंती मनाई जाएगी। आज ही के दिन वैवस्वत मनु की जयंती भी रहती है। मध्य प्रदेश में ताप्ती नदी का जन्मोत्सव धूमधाम से बनाया जाता है। यह नदी भी भारत में प्राचीनकाल से बहती आ रही है।
Maa Tapti Janmotsav 2024: देखिए कब है माँ ताप्ती का जन्म उत्सव और पूजा का शुभ महुर्त
ताप्ती नदी की वैसे तो कई सहायक नदियां हैं परंतु उसमें से प्रमुख है- पूर्णा नदी, गिरना नदी, पंजारा नदी, वाघुर नदी, बोरी नदी और अनर नदी। ताप्ती नदी में सैकड़ों कुंड एवं जल प्रताप के साथ डोह है जिसे कि लंबी खाट में बुनी जाने वाली रस्सी को डालने के बाद भी नापा नहीं जा सका है। ताप्ती के मुल्ताई में ही 7 कुंड है- सूर्यकुण्ड, ताप्ती कुण्ड, धर्म कुण्ड, पाप कुण्ड, नारद कुण्ड, शनि कुण्ड, नागा बाबा कुण्ड
माँ ताप्ती जन्मोत्सव 13 जुलाई 2024 का शुभ मुहूर्त
प्रातः सन्ध्या : प्रात: काल 04:31 से 05:32 तक।
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:59 से 12:54 तक।
अमृत काल स दोपहर 12:28 से 02:17 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:45 से 03:40 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 07:20 से 07:40 तक।
सायाह्न सन्ध्या : शाम 07:21 से रात्रि 08:23 तक।
माँ ताप्ती नदी का धार्मिक महत्व
पौराणिक ग्रंथों में ताप्ती नदी को सूर्यदेव की बेटी माना गया है। कहते हैं कि सूर्यदेव ने अपनी प्रचंड गर्मी से खुद को बचाने के लिए ताप्ती नदी को जन्म दिया था। तापी पुराण अनुसार किसी भी व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति दिलाई जा सकती है, यदि वह गंगा में स्नान करता है, नर्मदा को निहारता है और ताप्ती को याद करता है। ताप्ती नदी का महाभारत काल में भी उल्लेख मिलता है। ताप्ती नदी की महिमा की जानकारी स्कंद पुराण में मिलती है