MP Weather Rain Update 2024:मध्यप्रदेश में हो रहीं झमाझम बारिश,जानें किन राज्यों में हो रहीं बारिश,अलर्ट जारी
MP Weather Rain Update 2024:मध्यप्रदेश में हो रहीं झमाझम बारिश,जानें किन राज्यों में हो रहीं बारिश,अलर्ट जारी भोपाल. मुरैना, उज्जैन, श्योपुर, शाजापुर, आगर-मालवा,खंडवा सहित मध्य प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं.मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में कई जगहों पर अलग-अलग मौसम प्रणालियां एक्टिव हैं.इसकी वजह से कहीं कम,तो कहीं ज्यादा बारिश होगी.बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनता दिखाई दे रहा है.इससे मानसून को और गति मिलेगी.पाकिस्तान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है.एक ट्रफ लाइन कलिंगपटनम,जैसलमेर,राजनांदगांव,कोटा,गुना और नरसिंहपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक दिखाई दे रही है.गुजरात से केरल के बीच भी एक ट्रफ लाइन जा रही है.मौसम विभाग का कहना है कि सौराष्ट्र में चक्रवात बनने के आसार हैं.इन सब की वजह से प्रदेश में जबरदस्त बारिस होगी.
MP Weather Rain Update 2024:मध्यप्रदेश में हो रहीं झमाझम बारिश,जानें किन राज्यों में हो रहीं बारिश,अलर्ट जारी
इन राज्यों में हो रहीं भारी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक,मुरैना,उज्जैन,श्योपुर, शाजापुर, आगर-मालवा, खंडवा,राजगढ़,नर्मदापुरम,सीहोर,सिवनी,मंडला,बालाघाट और खरगोन में भारी बारिश होगी. जबकि,जबलपुर,भोपाल,ग्वालियर और इंदौर सहित कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होगी.पूरे प्रदेश में छुट-पुट पानी गिरता रहेगा. पिछले 24 घंटे के दौरान मंडला में 0.1 मिमी,पचमढ़ी में 29.2 मिमी,गुना में 1.8 मिमी, नर्मदापुरम में 25.6 मिमी इंदौर में 1.8 मिमी,बैतूल में 25.6 मिमी, खंडवा में 2 मिमी, खरगोन में 16.4 मिमी, छिंदवाड़ा में 2.2 मिमी, धार में 15.5 मिमी,भोपाल में 2.2 मिमी, जबलपुर में 8.6 मिमी,मलाजखंड में 2.4 मिमी,सिवनी में 6.8 मिमी,उज्जैन में 3.6 मिमी और रायसेन में 5.2 मिमी बारिश हुई.
हरदा के गांवों में सड़कें बनीं तालाब
हरदा जिले मे 2 घंटे तक झमाझम पानी गिरा.सीजन में पहली बार हुई तेज बारिश से ग्रामीण इलाकों की सड़कें पानी में डूब गईं.किसानों के खेत पानी से लबालब भर गए. जिले के ग्राम भेरोपुर और आदमपुर गांव की तस्वीरें सामने आई हैं.तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि दोनों गांव में तेज बारिश से सड़कें तालाब बन गईं.पहली बार हुई तेज बारिश से सभी के चेहरे खिल गए.जिले के किसानों को इस बारिश का इंतजार था.क्योंकि,बोवनी के बाद बारिश नहीं होने से किसानों की सोयाबीन फसल प्रभावित हो रही थी.