12/20/2024

Tarbuj ki kheti:किसानों को मालामाल कर देंगी तरबूज की खेती कर होंगी जबरदस्त कमाई,जाने पूरी जानकारी

Tarbuj ki kheti:किसानों को मालामाल कर देंगी तरबूज की खेती कर होंगी जबरदस्त कमाई

Tarbuj ki kheti:किसानों को मालामाल कर देंगी तरबूज की खेती कर होंगी जबरदस्त कमाई

Tarbuj ki kheti:किसानों को मालामाल कर देंगी तरबूज की खेती कर होंगी जबरदस्त कमाई,जाने पूरी जानकारी आजकल के आर्थिक दौर में हर कोई अच्छी आमदनी करना चाहता है.पढ़े-लिखे लोग भी खेती की तरफ रुख कर रहे हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं.अगर आप भी खेती से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आज हम आपको तरबूज की खेती के बारे में बता रहे हैं.तरबूज की खेती करने से सीधा दुगना लाभ मिलता है.झारखंड के हजारीबाग की कुछ महिला किसानों ने तरबूज की खेती करके मोटा मुनाफा कमाया है.

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,हजारीबाग के चरही में रहने वाली 700 महिला किसान 200 एकड़ जमीन पर तरबूज की खेती करके लाखों का मुनाफा कमा रही हैं.इन सभी महिलाओं के पास जमीन तो थी ही.फिर सभी महिलाओं ने मिलकर एक समूह बनाया और खेती के लिए एक बड़ी जमीन तैयार की और खेती शुरू कर दी.जिससे उनकी आमदनी बढ़ गई.

तरबूज की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी

तरबूज की खेती के लिए गर्म और औसत आर्द्रता वाला क्षेत्र बेहतर होता है.25-30 डिग्री सेल्सियस तापमान में इसके पौधे अच्छे से फलते हैं.तरबूज के लिए रेतीली दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है.नदियों के खाली पड़े स्थानों में इसकी खेती सबसे अच्छी होती है.मिट्टी का pH मान 6.5 से 7.0 से ज्यादा नहीं होना चाहिए.उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तरबूज की बुवाई फरवरी के महीने में की जाती है.वहीं अगर नदियों के किनारों पर खेती की जाती है तो मार्च तक बुवाई कर लेनी चाहिए.इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में मार्च से अप्रैल तक बुवाई की जाती है.

तरबूज की फल तुड़ाई

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बुवाई के लगभग 2-3 महीने बाद तरबूज के फलों को तोड़ा जा सकता है.फलों का आकार और रंग हर किस्म के हिसाब से अलग होता है.फल पका है या कच्चा है,यह देखने के लिए आप फल को दबा भी सकते हैं.अगर फलों को दूर भेजना है तो फलों को पहले ही तोड़ लेना चाहिए.फलों को डंठल से अलग करने के लिए धारदार चाकू का इस्तेमाल करें.इसके अलावा फलों को तोड़कर ठंडी जगह पर इकट्ठा कर लेना चाहिए.

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तरबूज से कमाई

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एक हेक्टेयर खेत में तरबूज की उन्नत किस्मों से लगभग 200 क्विंटल से 600 क्विंटल तक की औसत पैदावार प्राप्त की जा सकती है.इसकी बाजार भाव 8 से 10 रुपये प्रति किलो होता है.जिससे किसान आसानी से 2 से 3 लाख रुपये तक की कमाई एक ही फसल से कर सकते हैं. तरबूज की खेती मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश,कर्नाटक,पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में की जाती है. अन्य फलों की फसलों की तुलना में इस फल को कम समय, कम खाद और कम पानी की जरूरत होती है.

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