Women Electric Scooter Subsidy भारत सरकार और कई राज्य सरकारें अब महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए नई-नई योजनाएं ला रही हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत अब महिलाओं को इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने पर भारी सब्सिडी का लाभ मिल रहा है। कुछ राज्य सरकारें इस योजना के अंतर्गत ₹46,000 तक की आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही हैं। आइए जानते हैं कि यह सब्सिडी कैसे मिलेगी, कौन-से राज्य इस योजना को लागू कर रहे हैं, और किन महिलाओं को इसका लाभ मिल सकता है।
Women Electric Scooter Subsidy महिलाओं को इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर पर ₹46,000 तक की सब्सिडी

क्या है महिला इलेक्ट्रिक स्कूटर सब्सिडी योजना?
महिला इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सब्सिडी योजना का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और प्रदूषण नियंत्रण दोनों को बढ़ावा देना है। इसके तहत महिलाओं को ई-स्कूटर खरीदने पर सरकार द्वारा सीधे सब्सिडी दी जाती है, जिससे वाहन की कुल लागत काफी कम हो जाती है। इसका फायदा विशेष रूप से छात्राओं, कामकाजी महिलाओं और ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को मिलेगा।
₹46,000 तक की सब्सिडी किन राज्यों में मिल रही है?
फिलहाल इस प्रकार की योजना कुछ राज्यों में सक्रिय है। इसमें सबसे ज़्यादा चर्चा में है तमिलनाडु, तेलंगाना, दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र। आइए एक नज़र डालते हैं कुछ प्रमुख राज्यों की योजनाओं पर:
1. तमिलनाडु
तमिलनाडु सरकार अपनी “पुडुमाई पेन योजना” के तहत कॉलेज-going लड़कियों को मुफ्त स्कूटर उपलब्ध कराने का वादा कर चुकी है।
2. तेलंगाना
तेलंगाना सरकार “चेत्तू चेप्पुडु योजना” में कामकाजी महिलाओं को ₹46,000 तक की सब्सिडी पर इलेक्ट्रिक स्कूटर देने की योजना बना रही है।
3. गुजरात
गुजरात सरकार गुजरात इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति के तहत महिलाओं को दोपहिया EV पर ₹20,000 तक की सहायता राशि देती है।
4. दिल्ली
दिल्ली सरकार अपनी EV नीति के तहत ₹15,000 से ₹22,000 तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है, विशेष रूप से महिलाओं के लिए अतिरिक्त लाभ भी जोड़े जा सकते हैं।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ
इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ पात्रता शर्तें हैं:
- लाभार्थी महिला होनी चाहिए।
- उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है।
- आय प्रमाण पत्र (कुछ योजनाओं में BPL परिवारों को वरीयता)
- राज्य में स्थायी निवास प्रमाणपत्र
- कुछ योजनाएं सिर्फ छात्राओं के लिए आरक्षित हैं।
Women Electric Scooter Subsidy भारत सरकार और कई राज्य सरकारें अब महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए नई-नई योजनाएं ला रही हैं किन स्कूटर मॉडल्स पर मिल रही है सब्सिडी
यह सब्सिडी लगभग सभी रजिस्टर्ड इलेक्ट्रिक स्कूटर ब्रांड्स पर लागू होती है, जिनमें शामिल हैं:
- Ola S1 / S1 Air
- TVS iQube Electric
- Ather 450X
- Bajaj Chetak Electric
- Hero Optima CX / Hero Photon
- Ampere Magnus EX
सब्सिडी का लाभ कैसे लें
1. अधिकृत डीलर से संपर्क करें:
सबसे पहले आपको अपने राज्य के अधिकृत इलेक्ट्रिक स्कूटर डीलर के पास जाना होगा। वह आपको बताएगा कि आपके राज्य में किस ब्रांड और मॉडल पर कितनी सब्सिडी मिल रही है।
2. आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें:
- आधार कार्ड
- महिला पहचान प्रमाण (जैसे राशन कार्ड या वोटर ID)
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- ड्राइविंग लाइसेंस
3. पोर्टल या ऑफलाइन आवेदन:
कुछ राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है (जैसे दिल्ली और गुजरात), जबकि कुछ में ऑफलाइन फॉर्म भरकर नजदीकी कार्यालय में जमा करना होता है।
EMI प्लान के साथ और भी आसान हुई खरीदारी
सरकार की सब्सिडी के अलावा कंपनियां भी अब आसान EMI योजनाएं उपलब्ध करा रही हैं। यदि स्कूटर की वास्तविक कीमत ₹1 लाख है और आपको ₹46,000 की सब्सिडी मिलती है, तो शेष राशि के लिए आप कम ब्याज पर EMI ले सकते हैं, जो कि ₹1,500 से ₹2,000 प्रति माह हो सकती है।
पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार
यह योजना न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह वायु प्रदूषण को कम करने में भी अहम भूमिका निभा रही है। इलेक्ट्रिक स्कूटर से कार्बन उत्सर्जन नहीं होता, जिससे पर्यावरण को स्वच्छ रखने में योगदान मिलता है।
भविष्य में क्या बदलाव आ सकते हैं
सरकारें इस योजना को और अधिक व्यापक बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। आने वाले समय में अन्य राज्य भी इस तरह की योजना लागू कर सकते हैं। इसके अलावा सब्सिडी की राशि को भी बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है, खासकर छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं के लिए।
Women Electric Scooter Subsidy महिलाओं के लिए गेम चेंजर साबित हो रही है यह योजना
अगर आप एक महिला हैं और इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की सोच रही हैं, तो यह समय बिल्कुल सही है। ₹46,000 तक की सब्सिडी न सिर्फ आपको वाहन खरीदने में मदद करेगी बल्कि आपको स्वतंत्र और सशक्त भी बनाएगी। साथ ही, इलेक्ट्रिक स्कूटर से आप हर महीने पेट्रोल के खर्च में भी बड़ी बचत कर सकती हैं।