July 27, 2024

गेहूं के अच्छी उपज के लिए इन बातों का रखें ध्यान,कम समय में बनेंगे मालामाल

गेहूं की खेती भारत में काफी बड़े पैमाने में की जाती है और गेहूं की खेती करने के लिए किसानों को कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है. आपको बता दें कि भारत में मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश हरियाणा राजस्थान और कई राज्यों में बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती की जाती है.

आपको गेहूं की उन्नत खेती के बारे में बताने वाले हैं. इन बातों का ध्यान रखकर आप बड़े पैमाने पर लाभ कमा सकते हैं साथ ही साथ आपको भी हो की खेती करते समय किसी भी तरह का कोई हानि नहीं होगा.

गेहूं के अच्छी उपज के लिए इन बातों का रखें ध्यान,कम समय में बनेंगे मालामाल

गेहूं के अच्छी उपज के लिए इन बातों का रखें ध्यान,कम समय में बनेंगे मालामाल

गेहूं की फसल में बीज की गहराई अंकुरण में महत्वपूर्ण स्थान है। अक्सर यह देखा गया है की ट्रैक्टर चलाने वाला व्यक्ति गेहूं की बीज कितनी गहराई पर बोया जाए यह मालूम नहीं रहता है। सभी फसल को एक ही गहराई पर बो देते हैं। जिससे गेहूं की अंकुरण कम होती है और फिर उत्पादन पर असर पड़ता है।

गेहूं के अच्छी उपज के लिए इन बातों का रखें ध्यान,कम समय में बनेंगे मालामाल

गेहूं की छोटी बीज को 3 से 5 सेंटीमीटर की गहराई में बोना चाहिए। बड़ी बीज को 5 से 7 सेमी की गहराई में बोना चाहिए। यह गहराई गेहूं की फसल के लिए उपयुक्त है। बीजों का कार्बाक्सिन, एजेटौवेक्टर व पीएसवी से उपचारित कर बुआई करें।

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मिट्टी जांच के हिसाब से करें उर्वरक का प्रयोग-

कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि उर्वरकों का प्रयोग मृदा परीक्षण के आधार पर करना उचित होता है।

बौने गेहूं की अच्छी उपज के लिए मक्का, धान, ज्वार, बाजरा की खरीफ फसलों के बाद भूमि में 150:60:40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से तथा विलंब से 80:40:30 क्रमशः नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश का प्रयोग करना चाहिए। डीएपी का प्रयोग लगातार किया जा रहा है उनमें 30 किलोग्राम गंधक का प्रयोग लाभदायक रहेगा।

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