शिमला मिर्च की खेती आपको बना देगी अमीर, जाने इसको करने का सही तरीका
शिमला के पौधों की रोपाई बीज के रूप में सीधे तौर पर न करके पौध के रूप में की जाती है | इसलिए इसके पौधों की रोपाई से पहले बीजो को नर्सरी या खेतो में तैयार कर लेते है | बीजो को तैयार करने से पहले उन्हें बाविस्टिन की उचित मात्रा से उपचारित कर लिया जाता है | इसके अलावा यदि आप चाहे इसके पौधों की रोपाई के लिए पौधों को किसी रजिस्टर्ड नर्सरी से खरीद सकते है | इससे किसान के समय की बचत होती है, और पैदावार भी जल्द प्राप्त होती है | पौधों को खरीदते समय यह जरूर ध्यान दे कि पौधे बिलकुल स्वस्थ और एक महीने पुराने होने चाहिए |
शिमला मिर्च की खेती आपको बना देगी अमीर, जाने इसको करने का सही तरीका
इसके बाद पौधों की रोपाई के लिए खेत में मेड़ो को तैयार किया जाता है, तथा प्रत्येक मेड़ के मध्य तीन फ़ीट की दूरी रखी जाती है | पौध रोपाई में प्रत्येक पौध के बीच एक फ़ीट की दूरी रखी जाती है | शिमला मिर्च के पौधों की रोपाई के लिए जुलाई का महीना उचित माना जाता है | इसके अलावा शिमला मिर्च के पौधों की रोपाई जनवरी और सितम्बर के माह में भी की जाती है | शिमला मिर्च के पौधों की अच्छी देखभाल से 6 महीने तक पैदावार प्राप्त की जा सकती है |
शिमला मिर्च की खेती आपको बना देगी अमीर, जाने इसको करने का सही तरीका
शिमला मिर्च के पौधों की सिंचाई
शिमला की खेती में पौधों की सिंचाई के लिए ड्रिप विधि का इस्तेमाल किया जाता है | इसके पौधों की प्रारंभिक सिंचाई पौध रोपाई के तुरंत बाद कर दी जाती है | इसकी फसल को अधिक सिचाई की आवश्यकता नहीं होती है| ड्रिप विधि द्वारा पौधों की सिंचाई करने से इसके बीजो को बहने का खतरा नहीं होता है, तथा पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी भी प्राप्त हो जाता है | इसके लिए शिमला मिर्च के पौधों पर रोज20 मिनट तक सिंचाई करनी होती है |
शिमला मिर्च के पौधों पर खरपतवार नियंत्रण
शिमला मिर्च के पौधों पर खरपतवार नियंत्रण के लिए प्राकृतिक तरीके का इस्तेमाल किया जाता है | यदि खरपतवार पर नियंत्रण नहीं किया जाता है, तो पैदावार अधिक प्रभावित होती है | इसके पौधों को 5 से 6 गुड़ाई की आवश्यकता होती है | शिमला मिर्च के पौधों की पहली गुडाई पौध रोपाई के तुरंत बाद कर दी जाती है | इसके बाद की गुड़ाई को 10 से 15 दिन के अंतराल में करना होता है |