2023 में कुसुम योजना के तहत किसानो को सोलर पम्प लगाने पर मिलेगी 90% की सब्सिडी
2023 में कुसुम योजना के तहत किसानो को सोलर पम्प लगाने पर मिलेगी 90% की सब्सिडी
राज्य के छह जिलों में होगा बिजली उत्पादन, किसान ऐसे उठाएं लाभ
2023 में कुसुम योजना: आप-को बता दे की हमारे देश में बिजली को बचाने के लिए और कम ख़र्च के लिए एक योजना चलाई गयी है जिससे सोलर योजना को बढ़ावा मिलेगा और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कुसुम योजना चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी के साथ ही सोलर पंप के जरिये किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने राज्य के छह जिलों में प्राईवेट डेवलपर्स यानि किसानों के साथ एक समझौता किया गया है। इसके तहत सोलर पंप से उत्पादित बिजली को किसानों से खरीदा जाएगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। बता दें कि यूपी सरकार की ओर से पीएम कुसुम योजना के तहत 7 मेगावाट सोलर पावर जेनरेशन प्रोजेक्ट को गति देने के लिए यह समझौता किया है। सरकार का मानना है कि इस एग्रीमेंट से राज्य के किसानों की इनकम बढ़ेगी और किसानों की सरकारी बिजली पर निर्भरता कम होगी। इसके अलावा किसानों को बिजली बिल से भी राहत मिलेगी।
2023 में कुसुम योजना के तहत किसानो को सोलर पम्प लगाने पर मिलेगी 90% की सब्सिडी
आपको पीएम कुसुम योजना के तहत यूपी सरकार की ओर से राज्य के छह जिलों के लिए 7 मेगावाट सोलर पावर जेनरेशन प्रोजेक्ट शुरू करने को लेकर जो समझौता किया गया है, उससे किसानों को किस प्रकार लाभ होगा इस बात की जानकारी दे रहे हैं, तो बने रहिये हमारे साथ।
यूपी के किन जगहों पर शुरू होगा ये प्रोजेक्ट
- मीडिया रिपेार्ट के अनुसार प्राइवेट डेवलपर्स यानि किसानों के लिए चलाई जा रही इस योजाना के तहत बिजनौर के विलासपुर गांव विलासपुर गांव में 1.5 मेगावाट का सौर ऊर्जा उत्पादन केंद्र बनाया जाएगा।
- हाथरस के मौहारी गांव में 0.5 मेगावाट का सौर ऊर्जा उत्पादन केंद्र स्थापित किया जाएगा।
- देवगांव के गांव में 1 मेगावाट की सुविधा दी जाएगी।
- महोबा और जालौन के खुकसिस गांव में 1 मेगावाट और बरियार गांव में 1 मेगावाट की सुविधा वाला सौर ऊर्जा उत्पादन केंद्र बनाए जाने की योजना बनाई गई है।
2023 में कुसुम योजना के तहत किसानो को सोलर पम्प लगाने पर मिलेगी 90% की सब्सिडी
किसानों को किस तरह मिलेगा योजना का लाभ
किसानों को दो तरह से योजना का लाभ मिल सकेगा। पहला जिन किसानों के पास डीजल चलित सिंचाई पंप है, वे उन्हें सोलर एनर्जी में बदलवा सकते हैं या अपने खेत में सोलर प्लांट की स्थापित करा सकते हैं। इस सोलर प्लांट से किसान स्वयं के सिंचाई के काम के लिए निशुल्क बिजली प्राप्त कर सकते हैं। वहीं अतिरिक्त बिजली का उत्पादन करके इसे बिजली कंपनी को बेच कर पैसा कमा सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक किसान इस सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन करके और इसे बेचकर प्रति वर्ष करीब 80 हजार रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। खास बात ये हैं कि इस योजना के तहत राज्य सरकार की ओर से किसानों को सोलर पंप की लागत पर 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है।
सोलर प्लांट लगवाने के लिए कितनी जमीन की होगी आवश्यकता
- पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत 1 मेगावाट का सोलर प्लांट लगवाने के लिए आपको करीब 5 एकड़ जमीन की जरूरत होगी।
- वहीं 0.2 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए आपको कम से कम 1 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी।
क्या है पीएम कुसुम योजना (Pradhan Mantri Kusum Yojana)
कृषि एवं ऊर्जा मंत्रालय की ओर से पीएम कुसुम योजना शुरू की गई है। इस योजना की घोषणा पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की थी। इस योजना के लिए 34,422 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया। इसके तहत किसानों को केंद्र सरकार की ओर से 60 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। शेष 30 प्रतिशत राशि बैंक ऋण के द्वारा मिल जाती है। इस तरह किसानों को सिर्फ 10 प्रतिशत पैसा ही अपनी जेब से खर्च करना होता है।
- आवदेन करने वाले किसान का आधार कार्ड
- आवेदन करने वाले किसान का आय प्रमाण-पत्र
- आवेदन करने वाले किसान का मूल निवास प्रमाण-पत्र
- आवेदन करने वाले किसान का स्थाई पते का सबूत
- किसान होने का प्रमाण-पत्र
- किसान के बैंक खाते का विवरण, इसके लिए पासबुक की कॉपी
- किसान की जमीन के कागजात
- किसान का मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो
- किसान का पासपोर्ट साइज का फोटो
2023 में कुसुम योजना के तहत किसानो को सोलर पम्प लगाने पर मिलेगी 90% की सब्सिडी
यूपी में पीएम कुसुम योजना के तहत कैसे करें ऑनलाइन आवेदन
इसके लिए आप उत्तर प्रदेश कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट http://upneda.org.in/AboutUs-hi.aspx पर जाकर योजना में आवेदन के संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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