काले गेहूं की खेती आपको देगी बंपर मुनाफा,जानिए काले गेहूं की खेती करने का तरीका
काले गेहूं की खेती: आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी गेहूं के खेतों में लगाते हैं तो कई तरह की बातों का ध्यान रखते हैं. गेहू एक रबी फसल है और गेहूं की खेती करते समय कई बातों का ध्यान रखना आवश्यक है नहीं तो गेहूं का फसल पीला पड़ जाता है.
गेहूं की खेती करते समय सबसे पहले आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि गेहूं की खेती के लिए पानी का निकासी के लिए जगह हो. पानी के निकासी के लिए जगह नहीं होने पर गेहूं की खेती बर्बाद हो सकती है.
काले गेहूं की खेती आपको देगी बंपर मुनाफा,जानिए काले गेहूं की खेती करने का तरीका
आज हम आपको काले गेहूं की खेती के बारे में बताने वाले हैं जो कि बंपर मुनाफा देता है और सबसे बड़ी बात है कि इस गेहूं की खेती करने पर आप कम समय में अमीर बन सकते हैं. तो आइए जानते हैं काले गेहूं की खेती करने का तरीका.
बाजार में है मांग
कोरोना महामारी ने लोगों को स्वस्थ खानपान की आदत डाल दी है. इसलिए खानपान की आदतों में बदलाव आया है. कालां गेंहू में सामान्य गेहूं की आकार का होता है, पर इसमें कई औषधीय गुण मौजूद है इसके कारण बाजार में इसकी मांग खूब है. सामान्य गेहूं की तुलना में काले गेहूं से होने वाले फायदे काला गेहूं दिखने में काले या बैंगनी रंग के होते हैं, पर इसके गुण सामान्य गेहूं की तुलना में अधिक होते है.
काले गेहूं की खेती आपको देगी बंपर मुनाफा,जानिए काले गेहूं की खेती करने का तरीका
साधारण गेहूं से कितना अलग
काले गेहूं में एन्थोसाइनीन पिगमेंट की मात्रा ज्यादा होती है इसके कारण यह काला दिखाई देता है. सफेद गेंहू में एंथोसाइनिन की मात्रा 5 से 15 पीपीएम होती है जबकि काले गेहूं में इसकी मात्रा 40 से 140 पीपीएम होती है. काले गेंहू में एंथ्रोसाइनीन (एक नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट व एंटीबायोटिक) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है , जो हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज, मानसिक तनाव, घुटनों का दर्द, एनीमिया जैसे रोगों में काफी कारगर सिद्ध होता है .
काले गेहूं की बुवाई कब करें
काले गेहूं की खेती भी रबी मौसम में की जाती है, हालांकि इसकी बुवाई के लिए नवंबर का महीना सबसे उपयुक्त माना जाता है. काले गेहूं के लिए नमी बेहद जरूरी होता है. नवम्बर के बाद काले गेहूं की बुआई करने पर पैदावार में कमी आती है.