कैसे घर बैठे सालो पुराने लकवा यानि Paralysis का इलाज करे?
DR.SHRADDHA DHOTE लकवा होना एक गंभीर बीमारी होती है। इसे पक्षाघात (Paralysis) भी कहते है। कुछ लोग इसे हवा लगना मानते हैं, परन्तु इसका मतलब हवा लगना नहीं होता । लकवा, दिमाग की नस ब्लॉक होने या नस के फट जाने से होता है। पक्षाघात तब होता है जब आपके मस्तिष्क से आने वाले संदेशों में समस्याओं के कारण आपकी मांसपेशियां ठीक से काम नहीं करती हैं। यह दिमागी परेशानी है इसलिए इलाज के दौरान जैसे-जैसे ब्रेन की रिकवरी होगी, स्थिति में वैसे ही सुधार होगा। जब मांसपेशियों में थोड़ा बल आने लगे तब तेल से मालिश से फायदा होता है जल्दी ठीक होने के लिए मालिश करने की बजाय फिजियोथैरेपी की मदद लें। साथ ही डॉक्टर द्वारा बताई दवाओं को भी नियमित लें।
कैसे घर बैठे सालो पुराने लकवा यानि Paralysis का इलाज करे?
देशी उपचार की भ्रान्ति-
गांव में लकवाग्रस्त मरीज का देशी इलाज करने के लिए केरोसिन पिला दिया जाता है। यह मरीज की भोजन नली के साथ श्वास नली और फेफड़े में चला जाता है ,जो एयर एक्सचेंज को रोक देता है। इसके बाद उसे एस्पिरेशन निमोनिया हो जाता है। जो बहुत ही घातक होता है । केरोसिन पोइज़निंग से मृत्यु भी हो सकती है। इसीलिए ऐसा कभी भी ना करे |
क्या परहेज करे – तंबाकू, शराब व धूम्रपान आदि व्यसनों से परहेज करें। तैल से बानी चीजों से परहेज करे तथा सादा नमक न ले।
क्या करे – सेंधा नमक ले, सलाद की मात्रा अधिक ले , पानी ज्यादा पिए
इन लोगों मे होती है ज्यादा संभावनाएं –
ब्लड प्रेशर के मरीजो मे लकवा होने की संभावना ज्यादा होती है तथा जिन लोगों को पहले एक छोटा सा लकवा आता है. उन्हें इसे लेकर अलर्ट रहना चाहिए. कई बार बहुत कम समय के लिए बोलने में दिक्कत या शरीर के एक हिस्से में कमजोरी आ जाए तो ये हल्के लकवा के लक्षण हो सकते हैं
हालाकि इस स्थिति में कुछ देर बाद मरीज ठीक हो जाता है. इसे लकवा का संकेत माना जा सकता है।
लकवे का क्या है इलाज –
व्यायाम करने तथा खानपान मे बदलाव से स्ट्रोक से बचा जा सकता है। प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, ताड़ासन, कोणासन, गोमुखासन आदि नियमित करने से काफी हद तक बचाव होता है। इसके अलावा, जो लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, वे आयुर्वेद परामर्श लेकर पूर्ण रूप से स्वस्थ हो सकते है ।
हमारे आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र में लकवे का आयुर्वेद पद्धति से बिना किसी थेरेपी बिना मसाज के केवल सिर्फ दवाइयों के माध्यम से १०० % उपचार संभव है
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केंद्र प्रमुख डॉ. सुखदेव धोटे द्वारा 3००० से भी ज्यादा लकवा मरीजों का सफल उपचार कर चुके है | उपचार मे केवल आयुर्वेद दवाइयों तथा खानपान में बदलाव के माध्यम से पूर्ण ठीक हो सकते है ।
महंगे – मेहेंगें ट्रीटमेंट एवं महँगी – महँगी दवाईया लेने से पहले एक बार अवश्य संपर्क करे | किसी भी लकवा मरीज को कही ले जाये बिना आपके घर बैठे इलाज का अनुभव करे | ऑनलाइन पद्धति से कई लकवा मरीज ठीक हो चुके है, इस पद्धत्ति से आपके मरीज का इलाज घर बैठे हो जाता है एवं आपको घर बैठे आपकी दवाइयां प्राप्त हो जाएगी |