Bhopal News: बुंदेली सुरो का शानदार प्रदर्शन रूहानी सिस्टर्स द्वारा अपने कव्वाली से लूट ली महफ़िल,हॉल में बैठे लोग हुए मंत्रमुग्ध
Bhopal News: बुंदेली सुरो का शानदार पेशकश रूहानी सिस्टर्स ने अपने कव्वाली से लूट ली महफ़िल,हाल में बैठे लोग हुए मंत्रमुग्ध, रंगश्री लिटिल बैले ट्रूप ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित अमृत युवा कलोत्सव का मंगलवार को शुभारंभ किया गया। नृत्य, नाटक एवं संगीत की कई प्रस्तुतियों से भरपूर चार दिवसीय समारोह का उद्घाटन एलबीटी में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने किया। इस अवसर पर संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डा. संध्या पुरेचा विशेष रूप से उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत रूहानी सिस्टर्स के बुलंद सुरों से बंधे सूफियाना कलामों से हुई। इसके बाद यमन अकादमी आफ फाइन आर्ट्स, भोपाल द्वारा भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में सागर के रंगदर्पण कला केंद्र के कलाकारों ने लोकनृत्य का तड़का लगाते हुए बधाई नृत्य प्रस्तुत किया। अंत में विहान ड्रामा वर्क्स , भोपाल द्वारा सौरभ अनंत के निर्देशन में गांधी गाथा नाटक का मंचन किया गया।
बुंदेली सुरो का शानदार प्रदर्शन रूहानी सिस्टर्स ( Ruhani Sisters’ spectacular performance of Bundeli Suro)
Bhopal News: बुंदेली सुरो का शानदार प्रदर्शन रूहानी सिस्टर्स द्वारा अपने कव्वाली से लूट ली महफ़िल,हॉल में बैठे लोग हुए मंत्रमुग्ध
पहली ही जोश में अपना दीवाना कर डाला रूहानी सिस्टर्स ने अपने कव्वाली के शानदार प्रदर्शन से लूट ली महफ़िल दोनों ने भर दो झोली मेरी या मोहम्मद… कव्वाली गाई तो श्रोता झूमने पर मजबूर हो गए। तत्पश्चात बाबा बुल्लेशाह की कव्वाली मेरा पिया घर आया…प्रस्तुत किया। अंत में दमादम मस्त कलंदर सुनाकर समां बांध दिया।
किस्सागोई और गीतों से बताई गांधी गाथा
रूहानी सिस्टर्स ने अपने कव्वाली से लूट ली महफ़िल ( Ruhani Sisters stole the show with their qawwali)
हाल में बैठे लोग हुए मंत्रमुग्ध ( People sitting in the hall were mesmerized)
समारोह में यमन अकादमी आफ फाइन आर्ट्स की छात्राओं ने भरतनाट्यम में सर्वप्रथम नर्मदा अष्टकम प्रस्तुत किया। इसके बाद कीर्तनाम- भो श्मभों की प्रस्तुति दी। भगवान शिव की महिमा को वर्णन करती यह प्रस्तुति महामृत्युंजय मंत्र के साथ शुरू हुई। अंत में भारत माता के सौहार्द्र उदारता को वर्णित करते हुए जयती-जयती भारत माता का प्रस्तुतिकरण हुआ। इसके बाद लोक रंगदर्पण कला केंद्र, सागर के कलाकारों ने बधाई नृत्य पेश किया। अंत में विहान ड्रामा वर्क्स ने गीत गाते हुए मंच पर गांधीजी की गाथा सुनायी। किस्सागोई और गीत-संगीत के सामंजस्य में गांधीजी के बचपन से उनके महानिर्वाण तक की जीवन यात्रा संजोई गई। यात्रा को गीतों में प्रस्तुत कर विभिन्ना चरित्रों का अभिनय कर बापू के महान उत्सर्ग को भावांजलि अर्पित की।