November 16, 2024

क्या आप जानते है गार्डन में कमलो में माचिस की तिल्ली क्यों रखी जाती है क्या है कारण ?

क्या आप जानते है गार्डन में कमलो में माचिस की तिल्ली क्यों रखी जाती है क्या है कारण ?

क्या आप जानते है गार्डन में कमलो में माचिस की तिल्ली क्यों रखी जाती है क्या है कारण ?

क्या आपको पता है कि आपके घर में मौजूद माचिस की तीली आपके प्लांट को हरा-भरा रखने के साथ-साथ हेल्दी भी बना सकता है। चलिए जानते हैं कैसे। माचिस की तीलियों पर लगे हुए मसाले को फास्फोरस, सल्फर, मैग्नीशियम क्लोरोफिल के मिश्रण को मिक्स करके तैयार किया जाता है।

क्या आप जानते है गार्डन में कमलो में माचिस की तिल्ली क्यों रखी जाती है क्या है कारण ?

माचिस की तीली में मौजूद तत्व पौधों के लिए कीटनाशक का काम करता है। माचिस की तीली पर लगे मसाले में मौजूद फास्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत करने का काम करता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल (सेब के छिलके से बनाएं खाद) पौधों की ग्रोथ में मदद करता है और इन्हें खराब होने से बचाता है। 

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कैसे करें माचिस की तिल्ली का इस्तेमाल 

  • मिट्टी में गोबर की खाद या उबले का इस्तेमाल करें। इसके बाद इसे मिट्टी में मिलाते हुए गमले में भरें।
  • मिट्टी में एक तिहाई रेत का इस्तेमाल करें। 
  • पौधे को लगाते समय मिट्टी पर अधिक दबाव न डालें। हल्के हाथ से दबाते हुए प्लांट की जड़ों को कवर करें।
  • अगर आप अपने पौधे की ग्रोथ को बढ़ाना चाहती हैं, तो इसके लिए माचिस की तीलियां कारगर साबित हो सकती हैं।
  • इसके लिए आपको केवल कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
  • इसका इस्तेमाल करने से पहले गमले की मिट्टी को गीला कर लें। मिट्टी को कुछ देर छोड़ने के बाद माचिस की 8 से 10 तीलियों को लें और मसाला लगे हिस्से को मिट्टी में कुछ इंच तक दबा दें। तीलियों को दबाते समय इनके बीच की दूरी को बनाकर रखें।

क्या आप जानते है गार्डन में कमलो में माचिस की तिल्ली क्यों रखी जाती है क्या है कारण ?

जानें किन बातों का रखें खास ध्यान

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  • 8 से 10 तीलियों से ज्यादा का इस्तेमाल न करें।
  • 10-12 में तीलियों को गमले से निकाल लें। इससे ज्यादा इन्हें गमले में न छोड़े इससे पौधों के खराब होने का खतरा रहता है।
  • माचिस की तीलियों का इस्तेमाल महीने में एक बार ही करें।
  • अगर आप प्लांट ट्रांसप्लांट कर रही हैं तो माचिस की तीली मिली हुई मिट्टी का इस्तेमाल न करें।
  • एक गमले में केवल 8 से 10 तीलियों का ही इस्तेमाल करें।

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