LPG Gas Price News भारत में रसोई गैस (LPG Gas) आम आदमी के दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है।
हर घर की रसोई गैस पर निर्भर है, और जब भी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव होता है, तो इसका सीधा असर आम जनता के बजट पर पड़ता है।
अक्टूबर 2025 की शुरुआत के साथ ही तेल कंपनियों ने एक बार फिर एलपीजी गैस सिलेंडर की नई दरें जारी कर दी हैं।
इस बार की समीक्षा में कुछ शहरों में दामों में कमी देखने को मिली है, जबकि कुछ राज्यों में कीमतें बढ़ाई गई हैं।
त्योहारों के मौसम में यह बदलाव उपभोक्ताओं के लिए राहत या बोझ दोनों साबित हो सकता है।
चलिए जानते हैं —
नए रेट क्या हैं, किस शहर में कितना बदलाव हुआ है, सब्सिडी का क्या असर पड़ेगा, और सरकार ने इसके पीछे कौन से आर्थिक कारण बताए हैं।
LPG Gas Price News: आज से नई दरें लागू घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बड़ा बदलाव, जानिए आपके शहर में क्या है नया रेट

LPG Price Revision क्या होता है
एलपीजी गैस की कीमतें देश की तेल मार्केटिंग कंपनियाँ (OMCs) — Indian Oil Corporation (IOC), Bharat Petroleum (BPCL) और Hindustan Petroleum (HPCL) — हर महीने की पहली तारीख को तय करती हैं।
यह रिवीजन घरेलू और वाणिज्यिक दोनों सिलेंडरों के लिए लागू होता है।
कीमतें तय करने में कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारक शामिल होते हैं, जैसे –
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें,
- रुपये और डॉलर के बीच विनिमय दर,
- परिवहन लागत,
- सरकारी सब्सिडी और कर नीति,
- तथा वैश्विक ऊर्जा मांग।
इसलिए हर महीने LPG की दरों में बदलाव देखा जाता है — कभी राहत मिलती है, तो कभी जेब पर बोझ बढ़ जाता है।
अक्टूबर 2025 के लिए नई LPG Gas दरें – शहरवार सूची
तेल कंपनियों ने अक्टूबर 2025 के लिए नई दरें जारी कर दी हैं।
ये रेट 14.2 किलोग्राम के घरेलू LPG सिलेंडर पर लागू हैं।
| शहर | पुरानी कीमत (₹) | नई कीमत (₹) | बदलाव |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | ₹903 | ₹918 | ₹15 की वृद्धि |
| मुंबई | ₹902 | ₹910 | ₹8 की वृद्धि |
| कोलकाता | ₹929 | ₹932 | ₹3 की वृद्धि |
| चेन्नई | ₹918 | ₹928 | ₹10 की वृद्धि |
| पटना | ₹983 | ₹990 | ₹7 की वृद्धि |
| जयपुर | ₹950 | ₹940 | ₹10 की कमी |
| लखनऊ | ₹948 | ₹953 | ₹5 की वृद्धि |
| भोपाल | ₹950 | ₹955 | ₹5 की वृद्धि |
| अहमदाबाद | ₹910 | ₹905 | ₹5 की कमी |
| रांची | ₹975 | ₹980 | ₹5 की वृद्धि |
इन नई दरों के अनुसार, औसतन देशभर में LPG की कीमत में ₹5 से ₹15 तक का उतार-चढ़ाव देखा गया है।
घरेलू उपभोक्ताओं पर असर – मासिक बजट पर पड़ेगा असर
एलपीजी गैस की बढ़ी हुई कीमतों का सबसे ज्यादा असर मध्यम वर्गीय और निम्न आय वर्ग के परिवारों पर पड़ता है।
अधिकांश घरों में हर महीने 1 से 2 सिलेंडर की खपत होती है, ऐसे में ₹10-15 की बढ़ोतरी भी सालभर में ₹150-200 तक अतिरिक्त खर्च का कारण बनती है।
वहीं जिन इलाकों में दाम घटे हैं, वहाँ उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत जरूर मिली है,
लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए आने वाले महीनों में और बदलाव संभव है।
सरकार का मानना है कि LPG की दरें अंतरराष्ट्रीय बाजार पर निर्भर करती हैं, इसलिए यह बदलाव नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है।
LPG सब्सिडी का अपडेट – कौन ले सकता है लाभ
भारत सरकार ने हाल के वर्षों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से सब्सिडी को सीधे उपभोक्ता के बैंक खातों में भेजना शुरू किया है।
वर्तमान में सिर्फ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों को सब्सिडी दी जा रही है।
उज्ज्वला योजना सब्सिडी:
- प्रति सिलेंडर लगभग ₹200 तक की सब्सिडी
- सीधे बैंक खाते में DBT के रूप में मिलती है
- साल में अधिकतम 12 सिलेंडरों पर लागू
अगर आप उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं, तो LPG की बढ़ी हुई कीमत का पूरा असर आप पर नहीं पड़ेगा।
हालांकि, नॉन-सब्सिडी उपभोक्ताओं के लिए यह कीमतें पूरी तरह बाजार आधारित हैं।
क्यों बढ़ती-घटती रहती हैं LPG की कीमतें
LPG की कीमतों में उतार-चढ़ाव के पीछे कई कारण हैं:
- कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Price):
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें बढ़ने से LPG महंगी होती है। - रुपया बनाम डॉलर विनिमय दर:
रुपये की कमजोरी का मतलब है आयात महंगा होना। LPG का बड़ा हिस्सा आयातित होता है। - परिवहन लागत:
LPG गैस को देश के हर कोने तक पहुंचाने में लगने वाली लागत भी कीमतों को प्रभावित करती है। - सरकारी टैक्स और सब्सिडी नीतियाँ:
केंद्र और राज्य सरकारों के टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव भी कीमतों में अंतर पैदा करता है। - वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में बाधा:
युद्ध, बंदरगाहों में देरी, या समुद्री शिपिंग की लागत बढ़ने से भी कीमतें बढ़ जाती हैं।
उज्ज्वला योजना – महिलाओं के लिए बड़ी राहत

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) की शुरुआत 2016 में की गई थी ताकि ग्रामीण और गरीब परिवारों को लकड़ी, कोयला और केरोसिन से मुक्ति दिलाई जा सके।
इस योजना के तहत अब तक 9 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जा चुका है।
अब 2025 में:
- उज्ज्वला लाभार्थियों को ₹200 प्रति सिलेंडर सब्सिडी जारी रहेगी।
- साल में अधिकतम 12 सिलेंडरों पर छूट मिलेगी।
- सरकार ने इसके लिए ₹12,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया है।
त्योहारों के सीजन में यह राहत लाखों महिलाओं के लिए एक बड़ा सहारा बन सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव – भारत पर क्या असर
LPG की कीमतें वैश्विक स्तर पर Saudi Aramco CP (Contract Price) पर निर्भर करती हैं।
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में LPG की कीमतें बढ़ती हैं, तो भारतीय बाजार में भी इसका सीधा असर होता है।
हाल के हफ्तों में मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते
तेल और गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में फिर उछाल आया है।
इसी वजह से भारतीय कंपनियों ने LPG के दामों में संशोधन किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में अगर वैश्विक बाजार स्थिर रहता है,
तो नवंबर या दिसंबर में LPG की कीमतों में फिर से राहत देखने को मिल सकती है।
ग्रामीण क्षेत्रों पर असर – सबसे ज्यादा बोझ गरीब परिवारों पर
ग्रामीण इलाकों में अधिकांश परिवार उज्ज्वला योजना के तहत LPG का उपयोग करते हैं।
हालांकि, बढ़ती कीमतों के चलते अब कई परिवार दोबारा लकड़ी या बायोमास की ओर लौट रहे हैं,
जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर असर पड़ रहा है।
सरकार अब नई रणनीति पर काम कर रही है ताकि
सस्ती दरों पर रिफिलिंग, सब्सिडी ऑटोमेशन और मोबाइल डिलीवरी सिस्टम लागू किया जा सके।
इससे LPG के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
LPG की मांग और खपत – एक नज़र में भारत का आंकड़ा
- भारत में सालाना LPG की खपत लगभग 30 मिलियन टन है।
- इसमें से करीब 60% आयातित LPG होती है।
- घरेलू उपभोक्ताओं की हिस्सेदारी लगभग 85% है।
- हर महीने भारत में करीब 3 करोड़ से ज्यादा सिलेंडर भरे जाते हैं।
इस विशाल मांग के चलते LPG की कीमतों का हर बदलाव लाखों परिवारों को प्रभावित करता है।
उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया – सोशल मीडिया पर मिली-जुली राय
LPG के नए रेट जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ देखने को मिलीं।
कई लोगों ने कीमतें बढ़ने पर नाराज़गी जताई, तो कुछ ने राहत मिलने पर सरकार का धन्यवाद किया।
ट्विटर और X पर #LPGPrice और #GasCylinder जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
कई उपभोक्ताओं ने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को
एक साल के लिए स्थिर मूल्य नीति (Fixed Rate Policy) लागू करनी चाहिए ताकि हर महीने की टेंशन से राहत मिले।
कैसे चेक करें अपने शहर में LPG Gas की नई कीमत
आप आसानी से अपने शहर की LPG दरें ऑनलाइन देख सकते हैं।
- Indian Oil: https://iocl.com
- Bharat Gas: https://my.ebharatgas.com
- HP Gas: https://myhpgas.in
सिर्फ अपने शहर का नाम डालकर आप आज की LPG कीमत जान सकते हैं।
इसके अलावा Paytm, Google Pay और Bharat Bill Pay जैसे ऐप्स पर भी कीमतें अपडेट रहती हैं।
आने वाले महीनों में क्या हो सकता है बदलाव?
तेल कंपनियों के सूत्रों के अनुसार, अगर
- कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं और
- डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होता है,
तो नवंबर 2025 में LPG की कीमतों में ₹10-₹15 तक की कमी देखने को मिल सकती है।
हालांकि, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में फिर से उतार-चढ़ाव हुआ,
तो उपभोक्ताओं को और बढ़ी हुई दरों के लिए तैयार रहना चाहिए।
सरकार का बयान – उपभोक्ताओं को जल्द मिलेगी राहत
पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार,
“सरकार आम जनता को राहत देने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
LPG की दरें अंतरराष्ट्रीय बाजार पर आधारित हैं, लेकिन उज्ज्वला जैसी योजनाओं से
गरीब परिवारों को लगातार राहत दी जा रही है।”
साथ ही, मंत्रालय ने संकेत दिया है कि नवंबर से कुछ सब्सिडी पुनर्स्थापन योजनाएँ शुरू की जा सकती हैं।
कैसे घटाएँ LPG पर खर्च – स्मार्ट कुकिंग टिप्स
- प्रेशर कुकर का उपयोग करें:
इससे गैस की खपत 40% तक घट जाती है। - पैन ढककर पकाएँ:
खाना जल्दी पकता है और गैस बचती है। - फ्लेम एडजस्ट करें:
नीली लौ पर खाना पकाना सबसे प्रभावी होता है। - लीक चेक करें:
गैस लीक से न केवल सुरक्षा खतरे में आती है, बल्कि फिजूल खर्च भी बढ़ता है। - नॉनस्टिक बर्तन का प्रयोग करें:
खाना जल्दी पकता है और ईंधन बचता है।
LPG Gas Price News: आज से नई दरें लागू घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बड़ा बदलाव, जानिए आपके शहर में क्या है नया रेट
अक्टूबर 2025 में लागू हुई नई LPG दरें मिश्रित प्रभाव लेकर आई हैं।
जहाँ कुछ उपभोक्ताओं को हल्की राहत मिली है, वहीं कुछ शहरों में कीमतें बढ़ी हैं।
त्योहारों के सीजन में यह बदलाव आम आदमी के बजट पर असर डाल सकता है।
सरकार उज्ज्वला योजना और DBT के जरिए कुछ राहत देने की कोशिश कर रही है,
लेकिन वैश्विक बाजार में अस्थिरता के कारण आने वाले महीनों में और बदलाव संभव हैं।
फिलहाल, LPG उपभोक्ताओं के लिए यही सलाह दी जा सकती है —
अपनी खपत पर नियंत्रण रखें, गैस का उपयोग स्मार्ट तरीके से करें,
और सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएँ।