MP Weather Update:मध्य प्रदेश में मई 2025 का मौसम अत्यंत अस्थिर और चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में एक ओर भीषण लू का प्रकोप देखा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं सामने आ रही हैं। यह मौसम परिवर्तन न केवल आम जनजीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि कृषि, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। जहां एक ओर राज्य के कई हिस्सों में लू (Heatwave) के तीखे तेवर लोगों को झुलसा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 35 से अधिक जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है। यह मौसम का मिजाज न सिर्फ आम जनजीवन को प्रभावित करेगा, बल्कि कृषि, यातायात और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी पेश कर सकता है।

MP Weather Update:ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में लू का कहर
ग्वालियर, चंबल, भिंड, मुरैना, दतिया और शिवपुरी जैसे जिलों में तापमान 45°C से ऊपर पहुंच चुका है। ग्वालियर में अधिकतम तापमान 46.7°C दर्ज किया गया, जो इस सीजन का उच्चतम है। इन क्षेत्रों में लू की तीव्रता के कारण दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है, और लोग आवश्यक कार्यों के लिए भी घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और नागरिकों को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घरों में रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि लू के कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ गया है, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
MP Weather Update:प्रदेश के अन्य हिस्सों में आंधी-बारिश और ओलावृष्टि
मध्य प्रदेश के पश्चिमी और मध्य जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इंदौर, उज्जैन, धार, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, और झाबुआ जैसे जिलों में तेज हवाओं (60-70 किमी/घंटा) के साथ बारिश हुई है। इन घटनाओं के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे गिर गए और फसलों को नुकसान पहुंचा है।
बैतूल, हरदा, बुरहानपुर और खरगोन में भी आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे जनहानि की आशंका बनी हुई है।
मौसम पूर्वानुमान अगले 5 दिन
दिन | अनुमानित तापमान | मौसम |
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22 मई | 45°C | ग्वालियर-चंबल में लू, भोपाल-इंदौर में गरज के साथ छींटे |
23 मई | 42°C | आंशिक बादल, हल्की बारिश की संभावना |
24 मई | 40°C | कई जिलों में बारिश और आंधी |
25 मई | 38°C | तापमान में गिरावट, मौसम सुहाना |
26 मई | 36°C | बादल छाए रहेंगे, उमस |
कृषि पर प्रभाव
मौसम के इस अस्थिर स्वरूप का सबसे अधिक प्रभाव किसानों पर पड़ा है। तेज हवाओं और ओलावृष्टि के कारण केले, पपीते, आम और तरबूज जैसी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। धार जिले में तेज आंधी और बारिश के कारण केले और पपीते की फसलें नष्ट हो गई हैं।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं, जैसे कि फसलों को ढंकना, जल निकासी की उचित व्यवस्था करना और फसलों की नियमित निगरानी करना।
स्वास्थ्य और जनजीवन पर प्रभाव
भीषण गर्मी और लू के कारण अस्पतालों में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मामलों में वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक दवाओं और ORS की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे अधिक से अधिक पानी पिएं, हल्के और सूती कपड़े पहनें, और दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
यातायात और बुनियादी ढांचे पर प्रभाव
तेज आंधी और बारिश के कारण कई जिलों में पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे यातायात बाधित हुआ है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर जैसे शहरों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा, बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
MP Weather Update:आगामी मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में भी मध्य प्रदेश में मौसम अस्थिर बना रहेगा। कुछ जिलों में लू का प्रभाव जारी रहेगा, जबकि अन्य जिलों में आंधी और बारिश की संभावना है। विशेष रूप से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में तापमान 47-48°C तक पहुंच सकता है।

इसके अलावा, इंदौर, भोपाल, उज्जैन और जबलपुर में भी तापमान 44-45°C तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि, कुछ जिलों में आंधी और बारिश के कारण तापमान में थोड़ी गिरावट हो सकती है।
MP Weather Update:मध्य प्रदेश में मई 2025 का मौसम अत्यंत अस्थिर और चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। एक ओर जहां ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में लू का कहर जारी है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के अन्य हिस्सों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं सामने आ रही हैं। इस मौसम परिवर्तन का प्रभाव न केवल आम जनजीवन पर पड़ रहा है, बल्कि कृषि, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर भी इसका गहरा असर है।
लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करें, आवश्यक सावधानियां बरतें और अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। किसानों को भी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।