पेट्रोल पंप पर UPI पेमेंट बंद जानिए क्या है वजह और किसे होगा सबसे ज़्यादा असर देश में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के बाद अब लगभग हर जगह UPI से भुगतान करना आम बात हो गई है। लेकिन अब पेट्रोल पंप मालिकों ने एक बड़ा कदम उठाया है। 10 मई 2025 से कई राज्यों में पेट्रोल पंपों पर UPI और अन्य डिजिटल पेमेंट विकल्पों को बंद करने का फैसला लिया गया है। इसका सीधा असर लाखों उपभोक्ताओं पर पड़ेगा जो रोज़ाना पेट्रोल-डीजल की खरीद में UPI का उपयोग करते हैं।
पेट्रोल पंप पर UPI पेमेंट बंद जानिए क्या है वजह और किसे होगा सबसे ज़्यादा असर

किस वजह से लिया गया ये फैसला
पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि UPI ट्रांजेक्शन पर मिलने वाले MDR (Merchant Discount Rate) में लगातार नुकसान हो रहा है। डिजिटल पेमेंट कंपनियां और बैंक, लेन-देन पर कमीशन चार्ज कर रहे हैं, जबकि तेल कंपनियों द्वारा इससे संबंधित कोई सब्सिडी नहीं दी जा रही है।
इसके अलावा, पैसे पेट्रोल पंप मालिकों के अकाउंट में देर से आते हैं, जिससे कैश फ्लो की दिक्कत खड़ी हो जाती है।
सबसे पहले कहाँ लागू होगा ये निर्णय
यह निर्णय सबसे पहले महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में लागू किया जाएगा। इसके बाद अन्य राज्यों के पेट्रोल पंप संघ भी इस फैसले में शामिल हो सकते हैं।
किसे होगा सबसे ज़्यादा नुकसान
- आम जनता: जो लोग रोज़ाना पेट्रोल-डीजल के भुगतान के लिए UPI या PhonePe, Google Pay जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अब नकद लेन-देन की ओर लौटना पड़ेगा।
- कैब और ऑटो चालक: डिजिटल पेमेंट को प्राथमिकता देने वाले वाहन चालक सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
- बैंक और फिनटेक कंपनियां: ट्रांजेक्शन वॉल्यूम घटने से इनके रेवेन्यू पर असर पड़ेगा।
सरकार की भूमिका क्या है
पेट्रोल पंप मालिकों की मांग है कि सरकार को UPI ट्रांजेक्शन पर सब्सिडी या इंसेंटिव स्कीम लानी चाहिए ताकि इस डिजिटल इकोसिस्टम को बनाए रखा जा सके। इससे सभी पक्षों को फायदा मिलेगा – उपभोक्ता, व्यापारी और सरकार।
उपभोक्ता क्या करें
- नकद लेन-देन के लिए तैयार रहें
- कार्ड पेमेंट का विकल्प चुनें (अगर अनुमति हो)
- Paytm Wallet जैसी वैकल्पिक सुविधाओं की जानकारी रखें
- पेट्रोल पंप से पहले पेमेंट मोड की पुष्टि कर लें
समाधान क्या हो सकता है?
- सरकार यदि UPI ट्रांजेक्शन पर फिक्स MDR माफ कर दे या पेट्रोल पंप मालिकों को सब्सिडी दे तो यह निर्णय टाला जा सकता है।
- डिजिटल पेमेंट कंपनियों को भी Merchant को बिना किसी डिले के पेमेंट प्रोसेसिंग की सुविधा देनी चाहिए।
पेट्रोल पंप पर UPI पेमेंट बंद होना एक बड़ा झटका है डिजिटल भारत को। जहां एक ओर सरकार कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा दे रही है, वहीं UPI पर लेन-देन के लिए कोई समाधान ना निकलना चिंता का विषय है। जरूरी है कि सरकार, पेट्रोलियम कंपनियां और बैंक मिलकर इस मुद्दे का समाधान खोजें ताकि देश की डिजिटल प्रगति में कोई रुकावट न आए।