Pradeep Mishra: प्रशासन ने 26 शर्तों के साथ दी पं प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आयोजन की अनुमति

Pradeep Mishra: जिला प्रशासन ने पं प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के आयोजन के लिए आयोजन समिति के सामने 26 शर्तें रखी हैं। इन शर्तों से पालन करने पर ही अनुमति मान्य होगी। इसते तहत आयोजन स्थल पर 500 सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी कैमरे लगाने से लेकर अन्य व्यवस्थाएं करनी होगी। कथा स्थल पर बिजली और फायर की एनओसी भी उपलब्ध कराना होगा। सभा स्थल पर लगाए जा रहे पंडाल का विशेषज्ञ से प्रमाण पत्र भी लेना होगा। इन शर्तों के अनुसार आयोजन समिति ने तैयारी प्रारंभ कर दी है।

Pradeep Mishra: प्रशासन ने 26 शर्तों के साथ दी पं प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आयोजन की अनुमति
कोसमी फोरलेन पर तय किए गए नए कथास्थल का भूमिपूजन रविवार को आयोजन समिति के द्वारा किया गया। 12 दिसंबर से 18 दिसंबर तक होने वाली कथा के नए कथा स्थल पर रविवार दोपहर 12 बजे गौरी गणेश का पूजन कर भूमिपूजन और जल अर्पण किया गया। इस दौरान आशू किलेदार के अलावा संजय बाथरे, पिंटू परिहार, रश्मि बाथरे, ऋषिराम सरले, शंशाक तिवारी आदि शिव भक्त मौजूद थे।

Pradeep Mishra: प्रशासन ने 26 शर्तों के साथ दी पं प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आयोजन की अनुमति
कई दिनों से चल रही थी खींचतान
पिछले कई दिनों से आयोजन स्थल को लेकर प्रशासन और आयोजन समिति के बीच खींचतान हो रही थी। आयोजन समिति बडोरा में तैयारी कर रही थी, जबकि प्रशासन इसके लिए कतई तैयार नहीं था। अंत में कोसमी में स्थल का चयन किया गया और आयोजन की अनुमति दे दी गई है। एसडीएम केसी परते ने बताया कि आयोजन के लिए 26 बिंदुओं का पालन करना होगा। कथा के लिए भूमि स्वामियों से आवेदन प्रस्तुत कराने के बाद पीडब्ल्यूडी, एसडीओपी, विद्युत कंपनी और यातायात प्रभारी की अनुशंसा पर अनुमति दी है।

Pradeep Mishra: प्रशासन ने 26 शर्तों के साथ दी पं प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आयोजन की अनुमति
समिति को करने होंगे तमाम इंतजाम
अब समिति को कथा स्थल पर बेरीकेट्स, हाईटेंशन लाइन के नीचे टेंट न लगाने, पार्किंग एवं निजी वालेटिंयर लगाए जाने, निर्धारित समय पर कथा शुरू कर समापन करने और रात में समिति को श्रद्धालुओं की व्यवस्था खुद करना, 500 निजी सुरक्षा कर्मी आवश्यक रूप से रखने की व्यवस्था करना होगा। इसके अलावा समस्त आयोजन के लिए एक-एक समिति बनाकर उसके प्रमुख को पंडाल में मौजूद रहना ही होगा।
पानी, चलित शौचालय की व्यवस्था भी आयोजन समिति को करना होगा। बिजली, फायर की एनओसी भी प्रशासन को उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं। आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था के साथ कथा स्थल पर अस्थाई कंट्रोल रूम बनाने से लेकर कथा स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे। जनरेटर की व्यवस्था करने, आपत्तिजनक भाषणबाजी न करने के निर्देश भी दिए गए हैं।