Happy Mahashivratri 2024: इस महाशिरात्रि पर 300 साल बाद दुर्लभ संयोग,भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का शुभ महूर्त
Happy Mahashivratri 2024: इस महाशिरात्रि पर 300 साल बाद दुर्लभ संयोग,भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का शुभ महूर्त,महाशिवरात्रि पर्व शुक्रवार को शिव एवं सर्वार्थ सिद्ध योग में मनेगा। इसके साथ ही इस दिन श्रवण नक्षत्र रहेगा। वहीं शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। 300 साल बाद बन रहे दुर्लभ संयोगों को ज्योतिष काफी शुभ मान रहे हैं। ज्योतिषों का मानना है इन योगों में भोले नाथ की साधना करने से भक्तों को शीघ्र फल मिलेगा।
Happy Mahashivratri 2024: इस महाशिरात्रि पर 300 साल बाद दुर्लभ संयोग,भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का शुभ महूर्त
मुकुंद बल्लभ भट्ट ने बताया कि महाशिवरात्रि पर शिव योग का संयोग बन रहा है। शिव योग साधना, मंत्र, जप और तप के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इस योग में महाशिवरात्रि का व्रत रखने से भगवान शिव तक आपकी प्रार्थना शीघ्र ही पहुंच जाती है। इस योग का शुभारंभ 4 बजकर 45 मिनट पर होगा, जो पूरे दिन रहेगा। सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर सर्वार्थ सिद्ध योग शुरू होगा जो सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। महाशिवरात्रि पर ऐसा संयोग लगभग तीन सौ साल बाद बन रहा है।
महाशिवरात्रि पर चार प्रहर के पूजा मुहूर्त
-प्रथम प्रहर शाम 06 बजकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक
-दूसरा प्रहर रात 09 बजकर 28 मिनट से रात 12 बजकर 31 मिनट तक
-तीसरा प्रहर रात 12 बजकर 31 मिनट से तड़के 03 बजकर 34 मिनट तक
-चौथा प्रहर 9 मार्च को प्रात: 03 बजकर 34 मिनट से सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक
इस तरह करें पूजन
-शिव रात्रि के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
-भगवान शंकर को पंचामृत से स्नान करवाएं, साथ ही माँ गौरी, गणेश, कार्तिकेय और नंदी की पूजा करें।
-भगवान शंकर को केसर मिश्रित जल अर्पित कर, सभी को चंदन का तिलक लगाएं।
-तीन बेलपत्र, भांग धतूरा, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व दक्षिणा चढ़ाएं।
-दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं।
-रूद्राक्ष माला से ऊँ नमो भगवते रूद्राय, ऊँ नमः शिवाय रूद्राय् शम्भवाय् भवानीपतये नमो नमः मंत्र का जाप करें।
-शिव सहस्रनाम, शिव चालीसा या शिव पुराण का पाठ करें।