12/27/2024

अंगूर की खेती से किसानों को होंगी लाखों की कमाई,जाने इस खेती को करने का तरीका

अंगूर की खेती से किसानों को होंगी लाखों की कमाई,

अंगूर की खेती से किसानों को होंगी लाखों की कमाई,

अंगूर की खेती से किसानों को होंगी लाखों की कमाई,भारत में अंगूर की खेती काफी अधिक मात्रा में की जाने लगी है। और बागवानी फसलों में अंगूर की खेती से किसान काफी ज्यादा पैसे भी कमा रहे है।इस खेती को करना थोड़ा अलग होता है।लेकिन इस खेती से किसान अच्छे खासे पैसे कमा सकते है।इस खेती में खाद से लेकर कीट से बचाने के लिए अलग अलग तरीकों को अपनाना पढता है।वैसे तो देश के कई हिस्सों में अंगूर की खेती काफी ज्यादा की जाती है।लेकिन महाराष्ट्र का नासिक जिला अंगूर की खेती के लिए बहुत ज्यादा जाना जाता है।जानते है इसकी खेती के बारे में,

अंगूर की खेती से किसानों को होंगी लाखों की कमाई,जाने इस खेती को करने का तरीका

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अंगूर की खेती कैसे करे

अंगूर की खेती किसी भी प्रकार की मिटटी में की जा सकती है।अंगूर की जड़ की सरंचना लंबी और जमाव मजबूत हो जाते है।इसलिए कंकरीली,रेतीली से चिकनी तथा उथली के अलावा गहरी मिट्टी भी इस खेती के लिए अच्छी रहती है। जल निकासी में इस खेती के लिए दोमट मिट्टी फायदेमंद होती है।

अंगूर की उन्नत किस्में

परलेट

यह उत्तर भारत में बहुत जल्दी पकने वाली किस्में है।इसकी बेल अधिक फलदायी तथा ओजस्वी होती है। गुच्छे माध्यम, बड़े तथा गठीले होते हैं एवं फल सफेदी लिए हरे तथा गोलाकार होते हैं।

ब्यूटी सीडलेस

यह वर्षा के आगमन से पूर्व मई के अंत तक पकने वाली उन्नत किस्मे होती है। गुच्छे मध्यम से बड़े लम्बे तथा गठीले रहते है। फल मध्यम आकर के गोलाकार बीज रहित काले होते है।

पूसा सीडलेस

यह जून के तीसरे सप्ताह तक पकना आरम्भ कर देती है। गुच्छे मध्यम, लम्बे, बेलनाकार सुगंधयुक्त एवं गठे हुए होते हैं। फल छोटे एवं अंडाकार होते हैं। पकने पर हरे पीले सुनहरे हो जाते हैं।

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पूसा नवरंग

यह बहुत जल्दी पकने वाली किस्म होती है। गुच्छे मध्यम आकर के होते हैं। फल बीजरहित, गोलाकार एवं काले रंग के रहते है। इस किस्म में गुच्छा भी लाल रंग का होता है। यह किस्म रस एवं मदिरा बनाने के लिए इस्तेमाल की जाती है।

अंगूर की खेती में सिचाई

अंगूर की खेती देश के अर्धशुष्क क्षेत्रों मे काफी ज्यादा की जाती है।इसलिए इस खेती मे समय-समय से सिंचाई करना जरुरी रहता है। अंगूर की फसल मे पर्याप्त नमी बनाए रखने के लिए 7-8 दिनों मे एक सिंचाई करना पढता है।किसान आजकल अंगूर की फसल में ड्रिप इरीगेशन का प्रयोग कर के अच्छी तरह सिचाई कर रहे है।

अंगूर की खेती से लाभ

अंगूर की खेती से किसानों को होंगी लाखों की कमाई,जाने इस खेती को करने का तरीका

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इसकी खेती किसान भाइयों के लिए मुनाफा कमाने का एक बहुत अच्छा मौका है।अगर अंगूर की खेती को सही तरीके से किया जाए तो किसान इस खेती से बंपर कमाई कर सकता है।अंगूर कई रोगों और कीटों से प्रभावित भी हो सकते है।इसके लिए किसान भाई समय पर रोगों और कीटों का पता लगाकर पहले ही उसकी रोकधाम कर लेते है।

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