July 27, 2024

बाजरे की खेती से किसानों को होंगा जबरदस्त फायदा,जानें पुरी डिटेल

बाजरे की खेती से किसानों को होंगा जबरदस्त फायदा

बाजरे की खेती से किसानों को होंगा जबरदस्त फायदा

बाजरे की खेती से किसानों को होंगा जबरदस्त फायदा,आपकी जानकारी के लिए बता दे की भारत में बाजरा खरीफ की बहुत महत्वपूर्ण फसल है।आप भी बाजरे की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।और इसकी खेती की सबसे अच्छी बात यह है की कम पानी में भी इसकी खेती से अन्य फसलों के मुकाबले,अधिक पैदावार और चारा हासिल किया जा सकता है।तो चलिए जानते है इसकी खेती के बारे में।

बाजरे की खेती से किसानों को होंगा जबरदस्त फायदा,जानें पुरी डिटेल

बाजरे की उन्नत खेती एवं उसका महत्व

बाजरे की खेती के लिए ऐसा होना चाहिए मौसम

आपकी जानकारी के लिए बता दे की इसकी खेती गर्म और शुष्क जलवायु के लिए बेहतर होती है।और 400 से 500 मिमी वर्षा वाले क्षेत्रों में बाजरा आसानी से उगाया जा सकता है।फसल का अंकुरण 23 से 32 डिग्री सेल्सियस सबसे सही माना जाता है।

बाजरे की खेती के लिए सही भूमि

आपकी जानकारी के लिए बता दे की अच्छी जल निकासी वाली मध्यम से भारी मिट्टी को अधिक उपज के लिए चयन करना चाहिए।मिट्टी का पीएच मान 6.5 और 7.5 के बीच सही माना जाता है।और अच्छे अंकुरण के लिए दोमट मिट्टी और दोमट सघन मिट्टी बेहतर होता है।

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ऐसे करे बाजरे की खेती

आपकी जानकारी के लिए बता दे की इसकी खेती करने के लिए खेत की गहरी जुताई करना चाहिए।फिर जुताई के बाद सड़ी हुई खाद को आखिरी थ्रेसिंग से पहले मिट्टी में अच्छी तरह मिला देना चाहिए। फिर इसके बुवाई से पहले,फली को घुमाएं और मिट्टी को समान रूप से संकुचित कर ले। जिससे की बुवाई के बाद भारी बारिश अंकुरण पर प्रतिकूल प्रभाव न डालता है।

उर्वरक की सही मात्रा

आपकी जानकारी के लिए बता दे की अधिक उपज के लिए पूर्व-खेती के समय प्रति हेक्टेयर 10 किलो जिंक सल्फेट डाल दे।जब एकल सुपरफॉस्फेट में फास्फोरस दिया जाता है तो कैल्शियम और सल्फर जैसे अतिरिक्त सूक्ष्म पोषक तत्व भी प्राप्त होते है।

बाजरे की खेती में कितना होगा मुनाफा

बाजरे की खेती से किसानों को होंगा जबरदस्त फायदा

किसानों को नुक़सान पहुंचाए बिना बाजरे की फ़सल को कैसे दिया जा सकता है  बढ़ावा | न्यूज़क्लिक

आमतौर पर देखा जाये तो गेहूं और धान जैसी पारंपारिक अनाज फसलों के उत्पादन में लगभग 4 से 5 महीने का वक्त लगता है।इसके आलावा इन फसलों के उत्पादन में खाद-पानी और खर्चा भी अधिक होता है।वहीं,बाजरा,ज्वार जैसे अन्य मोटे अनाज की फसल मात्र 60 से 70 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।खास बात यह है कि इन फसलों पर सर्दी, गर्मी और अधिक बरसात का भी कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है।इसकी फसल को कम पानी और कम खाद की जरूरत होती है,जिसके चलते इसके उत्पादन में किसानों को कम खर्च करना पड़ता है।इस तरह आप बाजरे की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

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