12/21/2024

लाखों नहीं करोड़ों की मालिक बना देगी आपको इस फल की खेती,विदेशों तक होती है इसकी मांग

images - 2023-01-29T144024.086

खेती : आजकल वैज्ञानिक तरीके जब से आए हैं तब से खेती-बाड़ी में काफी प्रोग्रेस देखने को मिल रहा है. लोग खेती के माध्यम से लाखों रुपए कमाने लगे हैं और साथ ही साथ कई बड़े बिजनेस भी खड़े कर दिए हैं.

खेती से आजकल काफी ज्यादा फायदा भी होने लगा है क्योंकि रसायनिक तरीकों से और वैज्ञानिक तरीके से खेती में फसल काफी ज्यादा होने लगे हैं. कमाई अधिक होने के कारण युवाओं का रुझान भी खेती के तरफ बढ़ने लगा है.

लाखों नहीं करोड़ों की मालिक बना देगी आपको इस फल की खेती,विदेशों तक होती है इसकी मांग

आज हम आपको ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में बताने वाले हैं. ड्रैगन फ्रूट का उपयोग कई बड़े बीमारियों को दूर करने में किया जाता है और इसकी मांग हमेशा बनी रहती है लोग इसे काफी पसंद करते हैं. भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इसकी मांग बनी रहती है और यह काफी महंगी बिकती है.

Also Read:इस तरह से करें कम खर्च मे उन्नत प्याज की खेती,कम समय में आप बन जाएंगे मालामाल

लाखों नहीं करोड़ों की मालिक बना देगी आपको इस फल की खेती,विदेशों तक होती है इसकी मांग

कितना है दाम

ड्रैगन फ्रूट का पौधा एक बार लगाने के बाद करीब 20 साल तक फल देता है. फल आने के बाद बाजार में करीब 400 किलो तक बिकता है. किसान ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू करने से पहले उन्होंने रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद का इस्तेमाल किया.

इससे पौधों को अच्छी ग्रोथ मिल रही है. खेत में सीमेंट के पोल लगाने के बाद उसी के बगल में पौधे का रोपण किया जाता है. करीब एक साल के बाद इसमें फल आने शुरू हो जाते हैं.

फायदे का सौदा है ड्रैगन फ्रूट की खेती

जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती पहले ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित समुद्र तटीय इलाकों में की जाती थी. लेकिन अब इसे मैदानी इलाकों में किसानों ने करना शुरू कर दिया है. अब उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है. ड्रैगन फ्रूट की खेती में सबसे बड़ी बात तो यह है कि इसमें किसी भी प्रकार का कोई रोग नहीं लगता. इसीलिए किसानों के लिए यह मुनाफे खेती साबित हो रही है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *