Gyanvapi Case : अयोध्या में चली गोली ज्ञानवापी तहखाना हुआ सील मुलायम सिंह यादव का कैसे है कनेक्शन
Gyanvapi Case : अयोध्या में राम मंदिर बनने के पश्चात ज्ञानवापी मंदिर मस्जिद पर भी फैसला वाराणसी जिला जज का फैसला आ चुका है। पूरे 30 साल बाद व्यास जी के तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा आरती का अधिकार मिल चुका है।
Gyanvapi Case : अयोध्या में चली गोली ज्ञानवापी तहखाना हुआ सील मुलायम सिंह यादव का कैसे है कनेक्शन
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इस फैसले को लेकर जहां हिंदू पक्ष खुश है तो वहीं मुस्लिम पक्ष ने इस पर ऐतराज जताते हुए हाईकोर्ट जाने का मन बनाया है। अयोध्या स्थित राम मंदिर और वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मंदिर इन दोनों ही विवादों से मुलायम सिंह यादव का नाता रहा है।
Gyanvapi Case : अयोध्या में चली गोली ज्ञानवापी तहखाना हुआ सील मुलायम सिंह यादव का कैसे है कनेक्शन
मुलायम ने ज्ञानवापी ‘तहखाना’ सील करवा दिया
1993 तक, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने, जिसे ‘व्यासजी का तहखाना’ कहा जाता है, में नियमित आरती और पूजा की जाती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तहखाने का नाम व्यास परिवार के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 200 साल से अधिक समय तक तहखाने में पूजा की थी।
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मुलायम सिंह यादव ने ही दिसंबर 1993 में पूजा बंद करवा दी थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, शैलेन्द्र व्यास ने एक अदालती याचिका में कहा, दिसंबर 1993 में मुलायम सिंह यादव सरकार ने बिना किसी न्यायिक आदेश के स्टील की बाड़ लगा दी, जिससे पूजा रुक गई।
मुलायम सिंह का अयोध्या रामजन्मभूमि कनेक्शन
मुलायम सिंह यादव अक्टूबर 1990 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, जब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने अयोध्या में तत्कालीन विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर के निर्माण के लिए एक विशाल ‘कार सेवा’ का आयोजन किया था।