July 27, 2024

पालक की खेती कर किसानों को होंगी बंपर कमाई होंगी जबरदस्त पैदावार,देखें इसे करने का तरीका

पालक की खेती कर किसानों को होंगी बंपर कमाई होंगी जबरदस्त पैदावार

पालक की खेती कर किसानों को होंगी बंपर कमाई होंगी जबरदस्त पैदावार

पालक की खेती कर किसानों को होंगी बंपर कमाई होंगी जबरदस्त पैदावार पालक की ये टॉप 5 उन्नत किस्मे कर देंगी किसानो को मालामाल,35 दिन में हो जाती है तैयार,जानिए पूरी डिटेल।इन दिनों हमारे देश में परम्परागत खेती के साथ साथ उन्नत खेती का दायरा भी बढ़ रहा है ऐसे में किसान भाई लाभदायक खेती पर अधिक जोर दे रहे है आज हम आपको पालक की खेती के लिए कुछ उन्नत किस्मो की जानकारी देंगे जो 35 से 40 दिन में फसल तैयार हो जाती है.आपको बता दें कि भारत में रबी,खरीफ और जैद तीनों फसल चक्रों में पालक की खेती की जाती है,इसलिए आज हम आपको इसकी खेती से जुड़ी कुछ बातें बताएंगे।

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जानिए पालक की कुछ उन्नत किस्मो के बारे में

अगर हम पालक की खेती के लिए कुछ उन्नत किस्मों की बात करें तो आपको इसमें कई किस्में देखने को मिलेंगी।भारत में पालक की उच्च उपज देने वाली किस्मों में से जो अपनी अच्छी उपज के लिए जानी जाती है।और यह किस्म बुवाई के लगभग 40 दिनों के बाद तैयार हो जाती है।

जोबनेर ग्रीन किस्म

इस किस्म की सभी पत्तियां समान रूप से हरी,नरम,बड़ी और मोटी होती हैं।पकने के बाद ये पत्तियां आसानी से सड़ जाती हैं।इसे क्षारीय मिट्टी में भी उगाया जा सकता है। यह किस्म बुवाई के लगभग 40 दिनों में तैयार हो जाती है।इस किस्म से प्रति एकड़ लगभग 10-12 टन उपज प्राप्त होती है।

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पूसा ज्योति किस्म

पालक की पूसा ज्योति किस्म एक महत्वपूर्ण और सबसे प्रचलित किस्म है।पत्तियाँ बहुत छोटी और झाड़ीदार होती हैं।इस किस्म को आप जब चाहें जल्दी और देर से उगा सकते हैं।बुवाई के 45 दिनों के बाद फसल तैयार हो जाती है।साथ ही,इसे लगभग 7 से 10 बार काटा जा सकता है। इस उच्च उपज देने वाली किस्म से प्रति एकड़ लगभग 18 से 20 टन उपज प्राप्त होती है।

ऑल ग्रीन किस्म

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आपको बता दे पालक की ऑल ग्रीन किस्म एक अधिक उपज देने वाली किस्म है.इसकी खेती ज्यादातर सर्दियों के मौसम में की जाती है।इस किस्म के पौधे समान रूप से हरे,आकार में चौड़े और नरम होते हैं।वहीं, बुवाई के लगभग 35 से 40 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।इसके बाद इसके पत्ते लगभग 20 से 30 दिनों के अंतराल पर कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं।इस किस्म को आसानी से 6 से 7 बार काटा जा सकता है।

पूसा हरित किस्म

बता दे इस पंजाब ग्रीन किस्म की खेती पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।इस पौधे की पत्तियां हल्के हरे रंग की होती हैं। इस किस्म को आसानी से 6 से 7 बार काटा जा सकता है।यह किस्म उच्च उपज देने वाली किस्मों में से एक है और प्रति एकड़ लगभग 14 से 16 टन उपज देती है।

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इन उन्नत तरीके से करे पालक की खेती

यदि आप भी पालक की खेती करना चाहते हैं,तो आपकी जानकारी के लिए हमें बताएं कि इसकी खेती कतार और छिड़काव विधि द्वारा की जाती है।एक पंक्ति से दूसरी पंक्ति में 25-30 सेमी और एक पौधे से दूसरे पौधे में 7-10 सेमी की दूरी बनाए रखें।पालक की खेती के लिए,आप जलवायु और मिट्टी के अनुसार उच्च उपज देने वाली किस्मों का चयन कर सकते हैं।इसकी खेती के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज खरपतवारों की निराई और समय पर सिंचाई है।

पालक की खेती से होगी लाखो की कमाई

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अगर पालक की खेती से होने वाली आय की बात करें तो पालक की खेती से 150 से 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन किया जा सकता है,जो बाजार में 10 से 20 रुपये प्रति गुड्डी के हिसाब से बिकता है। साथ ही,आप एक हेक्टेयर खेत से उपज प्राप्त करके दो लाख रुपये तक कमा सकते हैं।

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