गुब्बारे की तरह फूली-फूली रोटियां बनाना चाहते है तो अपनाये ये टिप्स
आपने भी नोटिस किया होगा कि आपके हाथों से बनी हुई रोटी और मां के हाथों से बनी हुई रोटी कितनी अलग होती है। उनकी रोटी सॉफ्ट होती है और बनते वक्त हमेशा फूलती है। आप उस रोटी को 4-5 घंटे के लिए रख भी दें, तो भी वह सॉफ्ट रहेगी। वहीं, आपकी बनाई हुई रोटी कभी फूल नहीं पाती। जगह-जगह से फट जाती है और 10 मिनट में ही कड़क हो जाती है। बाहर रहने वालों के लिए अच्छी रोटी बनाना एक बड़ी चुनौती है।
गुब्बारे की तरह फूली-फूली रोटियां बनाना चाहते है तो अपनाये ये टिप्स
आटे को जब 1-2 मिनट के लिए ही गूंथा जाता है तो किसी गोलाकार बर्तन का इस्तेमाल होता है. लेकिन, जब आप आटा रोटी के लिए कई देर तक आटा गूंथते हैं तो आपको परात का इस्तेमाल करना चाहिए जिसकी सतह सपाट हो।
इसे भी पढ़िए :- Special Raita Recipe : सर्दियों में बनाये मखाना रायता जो खाये तारीफ करते न थके इतना टेस्टी
आटा अक्सर ना चाहते हुए भी टाइट गुंथ जाता है और ज्यादा पानी डाला जाए तो चिपचिपा और पतला हो जाता है जिससे रोटी तवे पर चिपकती भी है और फूलती भी नहीं है। इस तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए आटा गूंथते समय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। गुनगुने पानी से गूंथे गए आटे की रोटियां फ्लफी और फूली हुई बनती हैं। इसका एक फायदा यह भी है कि इससे रोटी लंबे समय तक मुलायम भी रहती है।
गुब्बारे की तरह फूली-फूली रोटियां बनाना चाहते है तो अपनाये ये टिप्स
अगर आपका आटा बर्तन पर लगातार चिपकता रहता है तो बहुत ज्यादा सूखा आटा इस्तेमाल करने की बजाय तेल का इस्तेमाल करें. जरूरत से ज्यादा सूखे आटे के इस्तेमाल से गूंथा हुआ आटा जगह-जगह से सूखा हुआ रहता है जिससे प्लेन रोटी नहीं बनती।
इसे भी पढ़िए :- Gud Recipe: गुड की रोटी इतनी टेस्टी की 1000 किलो की मिठाई फ़ैल हो जाएँगी इसके सामने
दही, प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम से भरपूर एक डेयरी उत्पाद है। इसकी अम्लीय प्रकृति आटे को नरम करने और ग्लूटेन को ज्यादा विकसित करने में मदद करती है। इसके कारण नरम और फूली हुई चपाती बनती है। इसके अलावा, दही में मौजूद एंजाइम फर्मेंटेशन के प्रोसेस में सहायता करते हैं, जो आटे की बेहतर इलास्टिसिटी और बनावट में योगदान करते हैं। यही कारण है कि अगर आप आटे को गूंथते वक्त सादी दही मिला देंगे, तो रोटी सॉफ्ट बनेगी।